प्याज के रेट में गिरावट.. 200 रुपये क्विंटल भाव होने से नाराज किसान ने सड़क पर फेंक दी उपज

कर्नाटक के विजयपुरा जिले में प्याज की कीमत 200 रुपये प्रति क्विंटल तक गिरने से किसानों में नाराजगी है. लागत भी नहीं निकलने पर एक किसान ने विरोध में प्याज सड़क पर फैला दी.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 5 Jun, 2025 | 08:28 AM

कर्नाटक में प्याज की कीमतों में भारी गिरावट से किसान काफी परेशान हैं. रेट कम होने से वे लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. अब नाराज किसानों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. विजयपुरा जिले के कुपाकड्डी क्रॉस (राष्ट्रीय राजमार्ग 52) पर नाराज प्याज किसानों ने अपनी उपज सड़क पर फैला दी. किसानों का कहना है कि कोल्हार तालुका के कुपाकड्डी क्रॉस स्थित हॉर्टिकल्चर फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन में सबसे अच्छी क्वालिटी की प्याज की कीमत 200 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है. इससे आर्थिक नुकसान हो रहा है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारी किसान मल्लिकार्जुन बोलगोंड सड़क पर प्याज के ऊपर लेट गए और कहा कि इतनी कम कीमत में उनका गुजारा नहीं हो सकता. एक और किसान, नंदप्पा गुड्डद ने कहा कि उन्होंने 50 किलो डीएपी खाद 1,200 रुपये में और यूरिया 300 रुपये में खरीदी थी. उन्होंने दुख जताया कि सोमवार को बगलकोट में यही प्याज 1,000 प्रति क्विंटल में बिक रही थी. किसान ने कहा कि इससे किसानों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है. वे अपना लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. इसलिए सकार को गिरती कीमतों को रोकने के लिए कुछ उपाये करना चाहिए.

इन जिलों में प्याज की ज्यादा बर्बादी

बता दें कि इस साल केवल कीमत गिरने से ही नहीं, बल्कि बेमौसम बारिश से भी ब्याज किसानों की फसल बहुत अधिक बर्बाद हुई है. खास कर महाराष्ट्र में प्री-मॉनसून बारिश ने प्याज को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है. नासिक, धुले, जलगांव, पुणे, सोलापुर, बीड, सांगली और छत्रपति संभाजीनगर जैसे प्रमुख प्याज उत्पादक जिलों में फसल को भारी नुकसान हुआ है. इन इलाकों में कई किसानों की पूरी मेहनत पानी में बह गई है. जिन फसलों की कटाई होने वाली थी, वे या तो तेज बारिश में खराब हो गईं या खेतों में पानी भर जाने के कारण सड़ने लगीं.

हजारों क्विंटल प्याज गोदामों में सड़ गई

किसान संगठनों के अनुसार, हजारों क्विंटल कटाई की हुई प्याज या तो गोदामों में सड़ गई है या खेतों से इकट्ठा करने से पहले ही बारिश में बह गई. नासिक जिले की एक प्याज उत्पादक संघ ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर तुरंत राहत और हस्तक्षेप की मांग की है. यह पत्र नेफेड (नेशनल एग्रीकल्चरल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया) को भी भेजा गया है, जिसमें प्याज की ईमानदार और पारदर्शी तरीके से खरीद शुरू करने की अपील की गई है, ताकि प्रभावित किसानों को कुछ राहत मिल सके.

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Published: 5 Jun, 2025 | 08:26 AM

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