15 क्विंटल सोयाबीन बेच लखपति बने किसान, MSP से 52 फीसदी ज्यादा मिला भाव.. 8100 रुपये लगी बोली

रतलाम की कलेक्टर मिशा सिंह ने कहा कि भावांतर योजना के तहत रतलाम जिले की मंडियों में सोयाबीन उपज का अच्छा भाव किसानों को मिल रहा है. सैलाना मंडी में सबसे ज्यादा 8100 रुपये प्रति क्विंटल की उच्चतम बोली लगी है. राज्य में 24 अक्टूबर से सोयाबीन की सरकारी खरीद शुरू हुई है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 26 Oct, 2025 | 11:33 AM

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश में सोयाबीन की सरकारी खरीद शुरू हो गई है. खरीद के दूसरे दिन राज्यभर की मंडियों में किसानों का हुजूम देखा गया. उपज बिक्री के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया कई सप्ताह पहले ही शुरू होने से मंडियों में किसानों को ज्यादा परेशानी नहीं हुई. रतलाम की मंडी में सोयाबीन उपज का सर्वाधिक भाव 8100 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचा गया. यहां उपज बिक्री करने वाले किसानों ने मात्र 15 क्विंटल सोयाबीन बेचकर ही 1 लाख रुपये से अधिक रकम हासिल की. जबकि, मंडियों में कई सौ क्विंटल सोयाबीन की बिक्री की गई.

भावांतर योजना लागू होने से सोयाबीन किसानों को कम भाव मिलने की चिंता दूर हो गई है. इस बार भावांतर योजना का लाभ पाने के लिए 9 लाख से ज्यादा किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं. वहीं, 24 अक्तूबर से मध्य प्रदेश में सोयाबीन की सरकारी खरीद शुरू होते ही सीहोर, रतलाम, उज्जैन, इंदौर, भोपाल समेत अन्य जिलों की मंडियों में किसान अपनी उपज लेकर पहुंचे.

सैलाना मंडी में सोयाबीन की 8100 रुपये लगी बोली

रतलाम जिले की कलेक्टर मिशा सिंह ने कहा कि भावांतर योजना के तहत रतलाम जिले की मंडियों में सोयाबीन उपज का औसत भाव 4200-4300 रुपये लगा है. उन्होंने कहा कि जिले के सैलाना की मंडी में सबसे ज्यादा 8100 रुपये प्रति क्विंटल की उच्चतम बोली लगी है. उन्होंने कहा कि रतलाम मंडी में सोयाबीन की उच्चतम बोली 4690 रुपये लगी. जबकि, जावरा मंडी में 5151 रुपये प्रति क्विंटल और नामली मंडी में सोयाबीन उपज की बोली 4751 रुपये प्रति क्विंटल लगी है.

मंडियों में राजस्व अधिकारी बोलियों पर नजर रख रहे

रतलाम कलेक्टर मिशा सिंह ने भावांतर योजना से संबंधित भ्रामक समाचारों का खंडन किया. कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि सोयाबीन की बोली 1100 या 1200 रुपये में लगने की खबर पूरी तरह गलत है. जिले की 10 मंडियों में राजस्व अधिकारी भारसाधक के रूप में नियुक्त हैं जो व्यापारियों की बोलियों पर नजर रख रहे हैं. कलेक्टर ने कहा कि मंडियों में किसानों के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं, पेयजल से लेकर उनके विश्राम करने तक की व्यवस्था की गई है. किसानों को समय पर भुगतान दिलाने के लिए बैंकर्स के साथ बैठक की जा चुकी है.

एमएसपी से 2772 रुपये अधिक की बोली लगी

मध्य प्रदेश की सैलाना मंडी 8100 रुपये प्रति क्विंटल को भाव पर उपज बिक्री करने वाले किसान मात्र 15 क्विंटल उपज से ही लखपति बन गए. मंडी में बड़ी संख्या में इलाके के किसान अपनी उपज बिक्री करने पहुंच रहे हैं. बता दें कि सोयाबीन उपज के लिए केंद्र सरकार की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 5328 रुपये तय किया गया है. सैलाना में भाव एमएसपी की तुलना में 2772 रुपये प्रति क्विंटल अधिक मिला है.

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Published: 26 Oct, 2025 | 10:54 AM

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