MCX ने शुरू किया इलायची फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट, किसानों और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदा

इस बार अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के लिए तीन महीने के कॉन्ट्रैक्ट एक साथ लॉन्च किए जाएंगे. हर कॉन्ट्रैक्ट की ट्रेडिंग 100 किलोग्राम की यूनिट में होगी और न्यूनतम प्राइस मूवमेंट 1 रुपये प्रति किलो रखा गया है.

नई दिल्ली | Published: 29 Jul, 2025 | 09:35 AM

भारत की सबसे बड़ी कमोडिटी एक्सचेंज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MCX) ने एक नया और बेहद अहम कदम उठाया है. अब इलायची (Cardamom) की खेती करने वाले किसानों और व्यापारियों को एक नई उम्मीद मिली है, क्योंकि 29 जुलाई 2025 से इलायची फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की शुरुआत कर दी गई है.

किसानों को मिलेगा सही दाम और जोखिम से सुरक्षा

इलायची भारत की एक प्रीमियम मसाला फसल है, खासतौर पर दक्षिण भारत के केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में बड़े पैमाने पर इसकी खेती होती है. अब तक इलायची की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव किसानों के लिए चिंता का कारण बनी रहती थी. लेकिन MCX के इस नए प्लेटफॉर्म से किसानों को न केवल अपने उत्पाद का सही दाम तय करने में मदद मिलेगी, बल्कि वे कीमत में गिरावट के जोखिम से भी खुद को बचा सकेंगे.

कैसे काम करेगा इलायची फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट?

इस बार अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के लिए तीन महीने के कॉन्ट्रैक्ट एक साथ लॉन्च किए जाएंगे. हर कॉन्ट्रैक्ट की ट्रेडिंग 100 किलोग्राम की यूनिट में होगी और न्यूनतम प्राइस मूवमेंट 1 रुपये प्रति किलो रखा गया है. यानी, अगर कीमत बढ़े या घटे, तो कम से कम 1 रुपये का फर्क दिखेगा. एक बार में अधिकतम 5000 किलो तक की ट्रेडिंग संभव होगी.

जोखिम प्रबंधन के लिए खास तैयारी

MCX ने बताया कि वायदा व्यापार में जोखिम को ध्यान में रखते हुए जरूरी मार्जिन और पोजिशन लिमिट तय की गई है. शुरुआती मार्जिन कम से कम 10 प्रतिशत होगा, और अगर बाजार में असामान्य उतार-चढ़ाव हुआ तो अतिरिक्त मार्जिन या विशेष मार्जिन लगाया जा सकता है.

एक निवेशक अधिकतम 100 टन तक की ओपन पोजिशन रख सकता है, जबकि एक मेंबर 1000 टन या बाजार की कुल ओपन पोजिशन का 15 फीसदी (जो भी ज्यादा हो) तक व्यापार कर सकता है. इलायची की डिलीवरी केरल के इडुक्की जिले के वंदनमेडु स्थित एक्सचेंज के वेयरहाउस से की जाएगी, जो भारत में इलायची उत्पादन का प्रमुख केंद्र है.

क्यों है यह लॉन्च खास?

इस फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के जरिए भारत के मसाला उद्योग को एक औपचारिक और सुरक्षित व्यापार का प्लेटफॉर्म मिलेगा. इससे सिर्फ किसान ही नहीं, बल्कि निर्यातक और बड़े व्यापारी भी अपने जोखिम को मैनेज कर सकेंगे और लंबे समय में बेहतर लाभ कमा सकेंगे.

MCX: किसानों के लिए एक भरोसेमंद साथी

2003 से ऑपरेशनल MCX, भारत का प्रमुख कमोडिटी एक्सचेंज है, जो लगभग 98 फीसदी फ्यूचर्स ट्रेडिंग मार्केट शेयर के साथ काम कर रहा है. यह बुलियन, ऊर्जा, धातु और कृषि से जुड़ी तमाम वस्तुओं में ट्रेडिंग की सुविधा देता है. अब इलायची फ्यूचर्स के जुड़ने से MCX का दायरा और प्रभाव और भी बढ़ गया है.