मेघालय में काली मिर्च की खेती करने वाले किसानों के चेहरों पर खुशी की लहर है. इस खुशी का कारण है काली मिर्च की कीमतों में 40 फीसदी का उछाल आना. जिसके बाद प्रदेश को काली मिर्च की खेती से 1.24 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. बता दें कि ये उपलब्धी प्रदेश के काली मिर्च का उत्पादन करने वाले किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि इस उपलब्धी का श्रेय प्रदेश के कृषि विभाग को जाता है.
कीमतों में 40 फीसदी का उछाल
मेघालय में साल 2023 में काली मिर्च की औसतन कीमत 450 रुपये प्रति किलोग्राम थी जो कि साल 2025 में बढ़कर 631 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. यानी कीमतों में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. बता दें कि अगर प्रति किसान काली मिर्च की 100 किलोग्राम की खेप मानी जाए तो भी प्रदेश के करीब 200 छोटे किसानों को सीधे-सीधे इसका फायदा मिलता है. जिससे न केवल इन किसानों की आय में बढ़ोतरी होती है बल्कि ज्यादा कीमत वाले मसालों की खेती करने का उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ता है.
1.24 करोड़ का राजस्व मिला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मेघालय की पश्चिमी गारो हिल्स के टिक्रिकिला, दालू और दादेंग्रे ब्लॉकों की दस एकीकृत ग्राम सहकारी समितियों (IVCS) ने वित्तीय वर्ष 2025 में करीब 19.725 मीट्रिक टन प्रीमियम काली मिर्च का न केवल सफलतापूर्वक संग्रहण किया बल्कि उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का भी काम किया है. जिसके बाक प्रदेश को काली मिर्च के संग्रहण और बिक्री से 1.24 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है. इस उपल्बधि को किसानों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है , वहीं अधिकारियों का कहना है कि इस राजस्व को प्राप्त करने के पीछे प्रदेश के कृषि विभाग की अहम भूमिका है.
एवरेस्ट मसाले को बेची जाएगी काली मिर्च
मेघालय की प्रीमियम क्वालिटी की काली मिर्च को एवरेस्ट मसाला कंपनी को बेची जाएगी. बता दें कि काली मिर्च को मुंबई तक पहुंचाने का काम एवरेस्ट कंपनी के सप्लायर सुंदरदास रतनसे स्पाइसेस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा. खास बात ये है कि पश्चिम गारो हिल्स की जिला बागवानी अधिकारी थेरा चौधरी मारक ने नांगरिम आईवीसीएस लिमिटेड, टिकरीकिला से मुंबई के लिए इस खेप को औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया है. प्रदेश सरकार की इस उपलब्धि से न केवल राज्य के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है बल्कि किसानों की भी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है. जिसके बाद प्रदेश के किसानों में मसालों की खेती को लेकर उत्साह बढ़ा है और वे प्रीमियम क्वालिटी के मसालों की खेती कर अपनी आय बढ़ा सकेंगे.