गेहूं दुनिया की सबसे ज्यादा खाई जाने वाली और जरूरी फसलों में से एक है. यह सिर्फ रोटी, ब्रेड या पास्ता बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि करोड़ों लोगों की खाद्य सुरक्षा का मुख्य आधार भी है. भारत में भी गेहूं का महत्व बहुत बड़ा है, क्योंकि यहां लगभग हर घर में इसका इस्तेमाल होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत, गेहूं के उत्पादन में नंबर वन नहीं है? जी हां, दुनिया में सबसे ज्यादा गेहूं उत्पादन करने वाला देश भारत नहीं बल्कि चीन है. आइए जानें कि आखिर कौन-कौन से देश इस सूची में शामिल हैं और क्यों वे आगे हैं.
चीन बना दुनिया का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश
साल 2025 के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, चीन दुनिया का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश बन चुका है. यहां हर साल बड़े पैमाने पर गेहूं की खेती की जाती है. चीन के हेनान और शेडोंग प्रांत गेहूं उत्पादन में सबसे आगे हैं. रिपोर्टों के अनुसार, चीन ने इस साल करीब 140.1 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन किया है.
चीन में खेती के लिए आधुनिक तकनीक, बेहतर सिंचाई व्यवस्था और वैज्ञानिक अनुसंधान के कारण उत्पादकता बहुत अधिक है. यहां किसान उन्नत बीजों का इस्तेमाल करते हैं और सरकार की ओर से उन्हें लगातार सहायता मिलती है.
भारत है दूसरे स्थान पर
भारत दुनिया में गेहूं उत्पादन के मामले में दूसरे नंबर पर है. यहां साल 2025 में करीब 110 से 117.5 मिलियन टन गेहूं की फसल हुई है. भारत के पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में गेहूं की खेती सबसे ज्यादा होती है. इन राज्यों की मिट्टी और मौसम इस फसल के लिए बहुत उपयुक्त हैं.
भारत का गेहूं उत्पादन न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि यह कई देशों को निर्यात भी किया जाता है. भारत में सरकार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) देती है, जिससे वे गेहूं की खेती करने के लिए प्रेरित होते हैं.
रूस तीसरे स्थान पर
रूस इस सूची में तीसरे स्थान पर है. साल 2025 में रूस ने करीब 81 से 85 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन किया है. रूस का गेहूं उत्पादन न केवल अपने देश की जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि यह एशिया, यूरोप और अफ्रीका के देशों को भी बड़े पैमाने पर निर्यात किया जाता है. यहां की ठंडी जलवायु और विशाल खेती योग्य भूमि गेहूं की खेती के लिए उपयुक्त हैं.
अमेरिका, फ्रांस और कनाडा भी सूची में शामिल
अमेरिका दुनिया के प्रमुख गेहूं उत्पादकों में से एक है. यहां कैनसस और नॉर्थ डकोटा जैसे क्षेत्र गेहूं की खेती के लिए प्रसिद्ध हैं. 2025 में अमेरिका ने करीब 45 से 53 मिलियन टन गेहूं का उत्पादन किया. यूरोप में फ्रांस सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक देश है, जो सालाना करीब 30 से 34 मिलियन टन गेहूं पैदा करता है.
वहीं कनाडा में भी गेहूं का उत्पादन काफी बड़ा है. यहां के प्रेयरी प्रांतों में उच्च गुणवत्ता वाला गेहूं उगाया जाता है, जिसका सालाना उत्पादन लगभग 33 से 35 मिलियन टन है.
भारत के लिए चुनौती और अवसर दोनों
हालांकि भारत गेहूं उत्पादन में दूसरे स्थान पर है, लेकिन यहां किसानों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है—जैसे जलवायु परिवर्तन, सिंचाई की कमी और कीट रोगों का बढ़ता खतरा. फिर भी, अगर भारत आधुनिक तकनीक और टिकाऊ खेती के तरीकों को अपनाए तो आने वाले वर्षों में वह भी शीर्ष स्थान पर पहुंच सकता है.
गेहूं सिर्फ एक फसल नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों के जीवन और भोजन की गारंटी है, और यही कारण है कि इसका उत्पादन हर देश के लिए प्राथमिकता में रहता है