किसान कई तरह की चारा फसलों की खेती करते हैं, जिनकी कटाई के बाद पशुओं के लिए चारा तैयार किया जाता है. लेकिन इन चारा फसलों की कटाई करना किसानों के लिए चुनौती से कम नहीं होता है. क्योंकि अकसर फसल एक समान नहीं कट पाती है. ऐसा होने पर पशुओं को भी चारे को पचाने में समस्या होती है. आज बाजार में किसानों की सहूलियत के लिए ऐसी बहुत सी आधुन्क मशीनें उपलब्ध हैं जिनकी मदद से फसलों की कटाई आसानी से हो सकती है. ऐसी ही एक मशीन है फॉरेज हार्वेस्टर (Forage Harvester) जिसका इस्तेमाल मुख्य तौर पर चारा फसलों को काटने के लिए किया जाता है.
क्या है फॉरेज हार्वेस्टर
फॉरेज हार्वेस्टर एक आधुनिक कृषि मशीन है जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से पशुओं के लिए चारे की कटाई और चॉपिंग के लिए किया जाता है. यह मशीन खास तौर पर डेयरी फार्म, गौशालाओं और चारा फसलों का उत्पादन करने वाले किसानों के लिए सही मानी जाती है. बता दें कि इसका कई तरह की फसलों की कटाई में इस्तेमाल किया जा सकता है. जिसमें मक्का, ज्वार, बाजरा, नेपियर घास, बरसीम और गन्ना आदि शामिल हैं.
कैसे काम करती है ये मशीन
फॉरेज हार्वेस्टर मशीन चारा फसलों को तेजी से और एक जैसा काटती है. पशुओं को चारा खाने में आसानी हो इसके लिए इस मशीन की मदद से चारा फसलों को छोटे-छोटे टुकड़ों में चॉप किया जा सकता है. ये मशीन कटे हुए चारे को सीधे ट्रॉली में फेंकती है. ये मशीन तीन तरह की होती है. ट्रैक्टर माउंटेड फॉरेज हार्वेस्टर जो कि ट्रैक्टर के साथ जुड़कर चलती है. सेल्फ प्रोपेल्ड हार्वेस्टर जो कि खुद चलती है और बड़े खेतों के लिए सही होती है. हैंड ऑपरेटेड या मिनी हार्वेस्टर जो कि छोटे खेतों और छोटे किसानों के लिए सबसे सही होती है.
फॉरेज हार्वेस्टर के फायदे
हाथ से फसलों की कटाई करने के मुकाबले फॉरेज हार्वेस्टर कई गुना तेज काम करती है जिससे कम समय में बड़ी मात्रा में चारा काटा जाता है. इसके इस्तेमाल में कम मजदूरों की जरूरत होती है. इसलिए मजदूरी का खर्चा भी कम होता है. इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसके इस्तेमाल से फसल एक समान और निश्चिच लंबाई और आकार में कटती है. जिससे पशु चारा आसानी से खा सकते हैं और आसानी से पचा भी सकते हैं.