आधे रेट पर खरीदें गेहूं, चना और मसूर के उन्नत बीज, किसान सरकारी पोर्टल पर ऐसे करें आवेदन

उत्तर प्रदेश में रबी फसल के लिए आधी कीमत पर उन्नत बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इसके तहत किसान गेहूं, सरसों, मटर, चना, मसूर सहित अन्य फसलों के बीज अब आसानी से खरीद सकते हैं. यह पहल फसलों का उत्पादन बढ़ाने के साथ किसान की आमदनी बढ़ाने में मददगार साबित होगी.

Kisan India
नोएडा | Published: 26 Oct, 2025 | 01:06 PM

Rabi Crop Subsidy : धान की कटाई पूरी होने के साथ ही उत्तर प्रदेश के किसान रबी फसल की बुवाई में जुट गए हैं. इस समय किसानों के लिए सबसे बड़ी चिंता होती है कि उच्च गुणवत्ता वाले बीज महंगे होते हैं और खरीद में भारी खर्च आता है. मगर अब उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने किसानों की इस चिंता को दूर कर दिया है. सरकार ने तय किया है कि रबी सीजन 2025 में गेहूं, दलहन और तिलहन के बीज आधी कीमत में उपलब्ध कराए जाएँगे. इससे किसान अधिक पैदावार और बेहतर आमदनी पा सकेंगे.

रबी सीजन 2025 के लिए विशेष योजना

उत्तर प्रदेश में रबी फसल  की बुवाई का समय चल रहा है. कृषि विभाग ने इस अवसर पर किसानों को राहत देने के लिए 50 फीसदी सब्सिडी पर बीज उपलब्ध कराने का फैसला किया है. गेहूं, सरसों, तोरिया, राई, अलसी, चना, मसूर और मटर के बीज अब आधी कीमत पर खरीदे जा सकते हैं. यह योजना किसानों को उन्नत और प्रमाणित किस्म के बीज प्रदान कर उत्पादन बढ़ाने में मदद करेगी.

Rabi Crop Subsidy

Rabi Crop Subsidy

किस फसल के बीज और कितनी सब्सिडी?

कृषि विभाग ने रबी सीजन के लिए सरकारी भंडारों पर बीज की कीमत और सब्सिडी का विवरण जारी किया है.

  • गेहूं (समस्त प्रजातियां)- प्रति क्विंटल 4680 रुपये, किसान अंश 2340 रुपये
  • गेहूं (DBW-303)- प्रति क्विंटल 4872 रुपये, किसान अंश 2436 रुपये
  • तोरिया (आजाद चेतना)- प्रति क्विंटल 11147 रुपये, किसान अंश 5647 रुपये
  • राई/सरसों- 10847 रुपये, किसान अंश 5423 रुपये
  • अलसी- 14500 रुपये, किसान अंश 7250 रुपये
  • चना- 10320 रुपये, किसान अंश 5160 रुपये
  • मसूर- 11050 रुपये, किसान अंश 5525 रुपये
  • मटर- 7093 रुपये, किसान अंश 3574 रुपये

किसानों को केवल अपने हिस्से की राशि ही जमा करनी है, अन्य कोई धनराशि नहीं.

सरकारी भंडार और पंजीकरण प्रक्रिया

कृषि विभाग ने राज्य के सभी ब्लॉक पर स्थित राजकीय बीज भंडारों  में ये अनुदानित बीज उपलब्ध कराए हैं. किसान पास मशीन पर अंगूठा लगाकर पर्ची प्राप्त कर सकते हैं. पर्ची पर अंकित कृषक अंश की धनराशि ही जमा करनी होगी. साथ ही, किसान विभागीय पोर्टल agridarshan.up.gov.in पर पंजीकरण करके भी अनुदानित बीज प्राप्त कर सकते हैं. यह ऑनलाइन सुविधा खासकर उन किसानों के लिए मददगार है जो अपने नजदीकी भंडार तक नहीं पहुंच सकते.

उन्नत किस्म के बीज से लाभ

उन्नत किस्म के बीज का इस्तेमाल करने से फसल की पैदावार में वृद्धि होती है और रोगों के प्रति पौधे की क्षमता बढ़ती है. आधी कीमत में उपलब्ध बीज किसानों को खर्च कम करने और अधिक उत्पादन प्राप्त करने में मदद करेंगे. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, प्रमाणित और उन्नत किस्म के बीज से ना केवल फसल का रंग और गुणवत्ता बेहतर होती है, बल्कि विपणन में भी बेहतर दाम मिलते हैं.

किसानों के लिए संदेश

किसानों से अपील  की गई है कि वे बीज प्राप्त करने से पहले पंजीकरण और पर्ची की प्रक्रिया का पालन करें. केवल अपने हिस्से की राशि जमा करें और समय पर बुवाई करें. यह योजना किसानों की आमदनी बढ़ाने के साथ-साथ राज्य में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मददगार साबित होगी. इस बार रबी फसल की तैयारी जल्दी शुरू कर, किसान अच्छी पैदावार और मुनाफा पा सकते हैं.

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