MSP पर धान, ज्वार-बाजरा की खरीद प्रक्रिया शुरू, किसान 15 सितंबर से कराएं रजिस्ट्रेशन

किसानों के लिए उपज बिक्री का पंजीकरण 15 सितंबर से शुरू होगा. धान, ज्वार और बाजरा की खरीदी एमएसपी पर होगी. किसान नजदीकी पंजीयन केंद्रों पर निशुल्क या ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण करा सकते हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 10 Sep, 2025 | 04:39 PM

Madhya Pradesh News : खरीफ फसलों की खरीद की तैयारियां तेजी से शुरू हो गई हैं. केंद्र सरकार ने सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी तय कर दिया है. धान समेत कई फसलों के एमएसपी में बढ़ोत्तरी भी की गई है. भाव में बढ़ोत्तरी का लाभ देने के लिए राज्यों ने किसानों की उपज खरीद शुरू कर दी है. इसी क्रम में मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों से उनकी उपज की खरीदने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की शुरुआत करने की घोषणा की है. राज्य सरकार ने कहा है कि धान, ज्वार और बाजरा की खरीदी इस बार भी समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाएगी. इसके लिए किसानों का रजिस्ट्रेशन 15 सितंबर से शुरू होकर 10 अक्टूबर तक चलेगा. किसान आसानी से नजदीकी केंद्रों पर जाकर निशुल्क पंजीयन करा सकते हैं और समय पर अपनी उपज बेचकर एमएसपी का लाभ उठा सकते हैं.

ज्वार और बाजरा की खरीदी की तैयारी

मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में खरीफ मार्केटिंग साल 2025-26 के लिए किसानों का रजिस्ट्रेशन 15 सितंबर से शुरू होगा. जिला आपूर्ति अधिकारी विपिन पटेल ने सहकारी समितियों की बैठक में बताया कि यह प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक पूरी कर ली जाएगी. रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद ही किसान अपनी उपज एमएसपी पर बेच पाएंगे.

किसान कहां कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन?

राज्य कृषि विभाग के अनुसार किसानों के लिए पंजीयन की सुविधा कई जगहों पर उपलब्ध कराई गई है.

  • निशुल्क पंजीकरण – ग्राम पंचायत कार्यालय, जनपद पंचायत कार्यालय, तहसील कार्यालय, सहकारी समितियां और सहकारी मार्केटिंग संस्थाएं.
  • शुल्क लेकर रजिस्ट्रेशन- एमपी ऑनलाइन, लोक सेवा केंद्र, कियोस्क सेंटर और निजी कैफे.

इस तरह किसानों को अपनी सुविधा के हिसाब से रजिस्ट्रेशन कराने का मौका मिलेगा.

सीहोर में बने 12 रजिस्ट्रेशन सेंटर

सीहोर जिले के कलेक्टर बालागुरू के. ने किसानों की सुविधा के लिए 12 रजिस्ट्रेशन केंद्र तय किए हैं. इनमें किसान मार्केटिंग सहकारी समिति भैंरूदा, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति बुधनी, शाहगंज, जवाहरखेड़ा, बनेटा प्लाट, गादर, नांदनेर, रेहटी, बोरदी, बांया, माथनी और सहकारी विपणन एवं प्रसंस्करण संस्था सीहोर शामिल हैं. किसान इन केंद्रों पर जाकर आसानी से पंजीयन करा सकते हैं.

किसानों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश

कलेक्टर की ओर से यह भी निर्देश जारी किए गए हैं कि किसान तय समयसीमा के भीतर अपना रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं.

  • रजिस्ट्रेशन 10 अक्टूबर तक ही मान्य होगा.
  • गलत जानकारी भरने पर रजिस्ट्रेशन रद्द किया जा सकता है.
  • किसानों को सही दस्तावेज साथ लेकर आना होगा.
  • इन निर्देशों का पालन करके ही किसान अपनी उपज का समर्थन मूल्य पाने के हकदार होंगे.

एमएसपी पर खरीदी से किसानों के खाते में आएगा पैसा

सरकार का उद्देश्य है कि किसान अपनी उपज उचित दामों पर बेच सकें और उन्हें बाजार के उतार-चढ़ाव का नुकसान न झेलना पड़े. एमएसपी पर खरीदी होने से किसानों को न सिर्फ गारंटी वाला दाम मिलता है बल्कि उन्हें समय पर भुगतान भी हो जाता है. किसानों को उपज बिक्री के बाद उठान होते ही अधिकतम 48 घंटे के अंदर बैंक खाते में पैसा डीबीटी के जरिए भेज दिया जाएगा. यह कदम किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करेगा.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 10 Sep, 2025 | 04:39 PM

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?

Side Banner

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?