तिल की फसल को खराब करते हैं ये खतरनाक कीट, किसान जान लें बचाव के उपाय

एफिड्स एक रस चूसक कीट है , इसे माहू भी कहा जाता है. ये हरे, काले, पीले या गुलाबी रंग के छोटे और मुलायम शरीर वाले कीट होते हैं जो कि पौधों का रस चूसकर उन्हें गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं.

नोएडा | Updated On: 21 May, 2025 | 01:26 PM

तिलहनी फसलों की प्रमुख फसलों से एक है तिल की फसल. तिल की फसल अपने तेल की वजह से भी काफी लोकप्रिय है. यह एक व्यावसायिक फसल है जिसकी खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा होता है. लेकिन अकसर सही जानकारी न होने के कारण या किसानों की लापरवाही के कारण या फिर बेमौसम की मार के कारण तिल की फसलों में कीट लग जात हैं . जिससे न केवल फसल बर्बाद होती है बल्कि किसानों का भी भारी नुकसान होता है. खबर में आगे बात कर लेते हैं ऐसे ही कुछ खतरनाक कीटों और उनसे किस तरह तिल की फसल बचाव करना है.

तिल की फसल में लगने वाले कीट

लीफ वेबर (Leaf Webber)

तिल की फसल में लगने वाला यह कीट देखने में कैटरपिलर जैसे होते हैं. ये पत्तियों के चारों ओर एक रेशमी जाल बनाकर पत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं और पौधों की ग्रोथ को भी धीमा करते हैं.

ऐसे करें बचाव

लीफ वेबर से तिल की फसल को बचाने के लिए नियमित रूप से फसलों का निरीक्षण करें और अगर आपको पत्तियों पर लीफ वेबर कीट दिखाई दे तो उसे नष्ट कर दें. इसके अलावा अगर जरूरत लगे तो कीटनाशक का भी इस्तेमाल करें.

एफिड्स (Aphids)

एफिड्स एक रस चूसक कीट है , इसे माहू भी कहा जाता है. ये हरे, काले, पीले या गुलाबी रंग के छोटे और मुलायम शरीर वाले कीट होते हैं जो कि पौधों का रस चूसकर उन्हें गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं. इनके आक्रमण से पौधों की ग्रोथ रुक जाती है और पौधे कमजोर हो जाते हैं.

एफिड्स से करें बचाव

तिल की फसल को एफिड्स से बचाने के लिए 5 मिली नीम के तेल को 1 लीटर पानी में मिलाकर फसल पर इसका छिड़काव करें. किसान अपने घर में छिड़काव के लिए लहसुन, मिर्च और नीम के काढ़े को मिलाकर एक घोल बना सकते हैं. इसके अलावा किसान चाहें तो कीटनाशकों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

गाल मक्खी (Gall Fly)

गाल मक्खी तिल की फसल में लगने वाला एक छोटा और खतरनाक कीट है. ये फसलों में गांठें बनाकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं. ये पौधें के कोमल हिस्सों में अपने अंठे देता है. जैसे पत्तियां, फूल या ठंठ आदि. बता दें जिस दगह इन मक्खियों का लार्वा निकलता है उस जगह पर गांठ बन जाती है. इसके कारण पौधों में फूल खिलने से पहले ही मुरझा जाते हैं.

बचाव का तरीका

गाल मक्खी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है कि समय रहते ही फसल पर कीटनाशक का इस्तेमाल करें. किसान चाहें तो फसल पर नीम का अर्क छिड़क सकते हैं. साथ ही अपनी फसलों पर पीले चिपचिपे ट्रैप लगा सकते हैं. किसानों को ध्यान रखना होगा कि जहां गाल मक्खी का आक्रमण हो चुका है उस हिस्से को अलग करके नष्ट कर दें.

Published: 21 May, 2025 | 01:26 PM