फसलों में कीटों का लग जाना बेहद ही आम बात है, लेकिन इनकी रोकथाम करना किसानों के लिए चुनौती हो सकती है. कई बार सही जानकारी न होने के कारण किसान फसलों की सुरक्षा नहीं कर पाते हैं, जिसके चलते फसलों पर कीटों के आक्रमण से फसल खराब हो जाती है और किसानों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में किसान अपने खेतों में कीटों को नियंत्रित करने के लिए कुछ ट्रैप लगाते हैं जिनकी लागत भी कम होती है और कीटों से फसलों की सुरक्षा भी होती है. ऐसा ही एक ट्रैप है जिसका नाम है ट्रैप क्रॉप.
इस ट्रैप में किसान अपनी फसल के आस पास एक और फसल की बुवाई करते हैं जो कि कीटों को आकर्षित कर मुख्य फसल तक जाने से रोकती हैं. इस तरह कीटों से सुरक्षा भी होती है और किसानों को दोहरा मुनाफा भी होता है.
कैसे लगाएं ये ट्रैप
आप इस ट्रैप को तीन तरह से लगा सकते हैं. पहला आप मुख्य फसल के चारों और ऐसी फसल लगा दें जो कीटों को आकर्षित कर मुख्य फसल तक जाने से रोके. दूसरा आप चाहें तो मुख्य फसल के बीच-बीज में भी इस ट्रैप क्रॉप को लगा सकते हैं. तीसरा, आप खेत में मुख्य फसल लगाने से पहले उसमें ट्रैप क्रॉप लगाएं ताकि कीट पहले इनसे आकर्षित होकर इन पर जाएं. बता दें मुख्य फसल को कीटों से बचाने वाली फसलों को ट्रैप क्रॉप कहते हैं. एक बार ट्रैप क्रॉप पर कीट लग जाएं तो उन्हें हाथों से हटाएं या आप चाहें तो कीटनाशक का इस्तेमाल कर कीटों को नष्ट कर सकते हैं.
मूली की फसल से रोकें फ्ली बीटल
ऐसी बहुत से फसलें होती हैं जो कीटों को अपनी ओर आकर्षित करती है. जिन्हें किसान ट्रैप क्रॉप के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे मुख्य फसल को कीटों से बचाने के लिए किसान मूली को ट्रैप क्रॉप के रूप में लगा सकते हैं. मूली की फसल फ्ली बीटल (Flee Beetle) जैसे कीट को बहुत आसानी से रोकती है. इसके अलावा और भी फसलें हैं जिन्हें ट्रैप क्रॉप के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. इनमें ऑकरा, सरसों, सबरजमुखी, गेंदा, ज्वार जैसी फसलें शामिल हैं.
ट्रैप क्रॉप के फायदे
ट्रैप क्रॉप फसलों को लगाने के बाद किसानों को कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता है जिससे फसल भी सुरक्षित रहती है और कीटनाशकों पर होने वाला खर्चा भी बचता है. ट्रैप क्रॉप पर लगने वाले कुछ कीट पेड़ -पौधों और वातावरण के लिए फायदेमंद भी होते हैं. इनमें लेडीबग (Lady Bug), हॉवरफ्लाई (Hover Fly), वास्प (Wasp) जैसे कीट शामिल हैं. मटर, मूंग, मूली जैसी ट्रैप क्रॉप मिट्टी में कार्बन बढ़ाती हैं और नाइट्रोजन को भी ठीक करती हैं, जिससे मिट्टी में भी सुधार आता है.