गायों में गर्भपात और बांझपन की बड़ी वजह बन रहा है ब्रुसेलोसिस, समय पर टीका है जरूरी

ब्रुसेलोसिस एक गंभीर संक्रमण है, जो गायों में गर्भपात और बांझपन की मुख्य वजह बनता है. इससे बचाव के लिए 4 से 8 महीने की बाछियों को एक बार लगने वाली प्रभावी वैक्सीन दी जा रही है.

Kisan India
नोएडा | Published: 10 Aug, 2025 | 07:20 PM

गायों में गर्भपात और बांझपन की समस्या अब एक आम चुनौती बन चुकी है, जिससे हर साल लाखों पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. इन समस्याओं के पीछे एक खतरनाक संक्रमण “ब्रुसेलोसिस” होता है, जो गायों की प्रजनन क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करता है. अच्छी खबर ये है कि अब इस रोग से बचाव के लिए एक असरदार वैक्सीन उपलब्ध है, जिसे खासतौर पर 4 से 8 महीने की बाछियों को लगाया जा रहा है. यह वैक्सीन गायों को जीवनभर इस बीमारी से बचाव का सुरक्षा कवच देती है. वैक्सीनेशन के इस अभियान से पशुपालकों की उम्मीदें एक बार फिर जगी हैं.

ब्रुसेलोसिस: गायों में गर्भपात की बड़ी वजह

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ब्रुसेलोसिस एक जीवाणुजनित रोग है जो गायों में गंभीर गर्भपात, बांझपन और दूध उत्पादन में कमी का कारण बनता है. यह बीमारी संक्रमित गायों के गर्भाशय को प्रभावित करती है, जिससे वे गर्भधारण नहीं कर पातीं या फिर अंतिम महीनों में गर्भपात हो जाता है. इससे गाय की शारीरिक स्थिति कमजोर हो जाती है और वह लंबे समय तक दूध नहीं देती. यह न केवल पशुपालक की आय को प्रभावित करता है, बल्कि पूरे पशुधन पर खतरा मंडराता है.

जीवन में एक बार का टीका, स्थायी समाधान

ब्रुसेलोसिस से बचाव के लिए अब एक विशेष वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें 4 से 8 महीने की बाछियों को टीका लगाया जा रहा है. इस टीके की सबसे खास बात यह है कि इसे पूरे जीवन में सिर्फ एक बार लगाना होता है और यह पूरी उम्र तक असरदार रहता है. वैक्सीनेशन से पहले हर बाछी को एक कान में टैग लगाया जाता है, ताकि उसका पूरा रिकॉर्ड डिजिटल रूप में सुरक्षित रहे और समय-समय पर उसकी निगरानी की जा सके.

स्वस्थ गायें, बेहतर उत्पादन और आय

जब गायें स्वस्थ रहती हैं तो उनका दूध उत्पादन भी बेहतर होता है. वहीं गर्भधारण की प्रक्रिया सामान्य रूप से चलती है, जिससे पशुपालक को नियमित आय मिलती है. यदि समय रहते ब्रुसेलोसिस का टीका न दिया जाए, तो गायें बार-बार गर्भपात की शिकार होती हैं और उनकी उत्पादकता तेजी से गिरती है. इस वैक्सीनेशन अभियान से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि हर गाय समय पर सुरक्षित की जाए, जिससे पशुपालक को नुकसान न हो और वह अपने व्यवसाय को मजबूती से आगे बढ़ा सके.

सरकार की पहल, पशुपालकों के लिए राहत

सरकार द्वारा शुरू किया गया यह वैक्सीनेशन अभियान पशुपालकों के लिए एक बड़ी राहत है. अब तक हजारों गायों को यह टीका लगाया जा चुका है और लक्ष्य है कि अधिक से अधिक पशुओं को कवर किया जाए. यह कार्यक्रम पशुपालन विभाग की निगरानी में चलाया जा रहा है और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष कैंप लगाकर टीकाकरण किया जा रहा है. इससे न केवल रोग नियंत्रण होगा, बल्कि पशुधन की गुणवत्ता भी सुधरेगी.

Published: 10 Aug, 2025 | 07:20 PM

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