दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए जानें, गाय-भैंस से दूध निकालने का सही समय

गाय और भैंस से दूध निकालने का सही समय, दूध उत्पादन और गुणवत्ता को प्रभावित करता है. सुबह और शाम का समय दूध दूहने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है.

नोएडा | Published: 10 May, 2025 | 07:24 PM

दूध उत्पादन में सुधार के लिए गाय और भैंस से दूध निकालने का सही समय बेहद महत्वपूर्ण होता है. सही समय पर दूध निकालने से न केवल दूध की मात्रा बढ़ती है, बल्कि उसकी गुणवत्ता भी बेहतर होती है. आमतौर पर सुबह और शाम के समय को सबसे आदर्श माना जाता है. इस समय पर दूध निकालने से किसानों को अधिक और बेहतर गुणवत्ता का दूध मिलता है, साथ ही दूध निकालने की प्रक्रिया भी आसान और तनाव मुक्त हो जाती है.

अधिक दूध, बेहतर गुणवत्ता

सुबह का समय दूध निकालने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. सूर्योदय के कुछ समय बाद जब पशु पूरी रात आराम कर चुके होते हैं, उनके थनों में दूध अच्छी तरह से जमा हो जाता है. यह समय पशु के लिए शारीरिक रूप से आरामदायक होता है, जिससे दूध निकालने में आसानी होती है. रातभर के आराम के बाद थनों में दूध का संचय अधिक होता है, जिससे किसान को अधिक और बेहतर गुणवत्ता का दूध मिल सकता है. इसके अलावा, सुबह के समय पशु मानसिक और शारीरिक रूप से शांत रहते हैं, जिससे दूध निकालने की प्रक्रिया में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती.

दिनभर की खुराक के बाद बढ़ता उत्पादन

एक्सपर्टों के अनुसार शाम का समय भी दूध निकालने के लिए फायदेमंद है, खासकर जब सूरज ढलने के बाद तापमान कम हो जाता है. इस समय पशु ने दिनभर का खाना खा लिया होता है और उनके पाचन तंत्र ने आहार को पचाकर दूध का उत्पादन बढ़ा लिया होता है. यही कारण है कि शाम के समय दूध निकालने से भी उत्पादन में वृद्धि होती है.

थनों में दूध का संचय

अगर दूध निकालने का समय सही नहीं होता तो थनों में पर्याप्त दूध जमा नहीं होता, जिससे दूध उत्पादन में कमी हो सकती है. सुबह और शाम के समय थनों में ज्यादा दूध इकट्ठा होता है, जबकि अगर बीच में दूध निकाला जाए तो उत्पादन प्रभावित हो सकता है. इसलिए, सही समय पर दूध निकालने से ही अधिक लाभ होता है.

तनाव कम करने का असर

सुबह और शाम के समय पशु अधिक आराम महसूस करते हैं और तनाव से मुक्त होते हैं. तनाव कम होने से दूध की गुणवत्ता पर सकारात्मक असर पड़ता है. दूध निकालने की प्रक्रिया भी शांतिपूर्ण होती है, जिससे दूध का उत्पादन और गुणवत्ता दोनों बेहतर होते हैं.