तीतर पालन से किसान बन सकते हैं लखपति, कम निवेश में ज्यादा मुनाफा कमाने का सुनहरा मौका

सरकार से लाइसेंस लेकर तीतर पालन शुरू किया जा सकता है. कम निवेश में यह व्यापार किसानों को अंडों और मांस से अच्छा मुनाफा देता है. सर्दियों में इसकी मांग और दाम दोनों बढ़ जाते हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 13 Sep, 2025 | 11:18 PM

देश में अधिकतर किसान गाय, भैंस, मुर्गी या बकरी पालन से अपनी आय बढ़ाते हैं. लेकिन अगर किसान भाई थोड़ा हटकर काम करना चाहें, तो तीतर पालन एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है. तीतर पक्षी अपने स्वादिष्ट मांस और पौष्टिक अंडों की वजह से लोगों की पहली पसंद है. खास बात यह है कि इसकी डिमांड सर्दियों में और भी ज्यादा बढ़ जाती है. लेकिन ध्यान रहे, तीतर का पालन बिना सरकारी मंजूरी के नहीं किया जा सकता. इसके लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य है.

तीतर का शिकार है प्रतिबंधित

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में तीतर की संख्या लगातार घट रही है. यही वजह है कि सरकार ने वन्य जीव संरक्षण कानून 1972 के तहत इसके शिकार पर रोक लगा दी है. यानी अगर कोई व्यक्ति जंगल में जाकर तीतर का शिकार करता है तो यह पूरी तरह अवैध माना जाएगा. जो किसान तीतर पालन करना चाहते हैं, उन्हें सरकार से लाइसेंस लेना जरूरी है. बिना लाइसेंस के पालन करना कानूनन अपराध है और इसके लिए सजा भी हो सकती है.

40 से 50 दिन में अंडे देना शुरू

तीतर पक्षी की खासियत यह है कि यह बहुत जल्दी अंडे देना शुरू कर देती है. जन्म के 40 से 50 दिन बाद ही मादा तीतर अंडे देने लगती है. एक साल में यह 300 से अधिक अंडे देती है. तीतर के अंडे बाजार में मुर्गी के अंडों से कई गुना महंगे बिकते हैं. यही कारण है कि किसान इसके पालन से अच्छी कमाई कर सकते हैं. डॉक्टर भी कई बीमारियों में तीतर के अंडे खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि इनमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं.

पालन के लिए जरूरी सावधानियां

तीतर पालन शुरू करने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है. तीतर को पोषण से भरपूर भोजन देना होता है. मादा तीतर लगभग 28 दिन तक अंडे देती है और एक बार में 10 से 15 अंडे तक दे सकती है. अंडों से बच्चे निकलने के बाद इनका पालन बड़ी सावधानी से करना पड़ता है. चूजों की मौत का सबसे बड़ा कारण भुखमरी होती है, इसलिए उन्हें समय पर दाना-पानी देना बेहद जरूरी है. अगर आप चाहते हैं कि अंडे से स्वस्थ चूजे निकलें तो इनक्यूबेटर का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है.

बाजार में छोटे चूजों की अधिक मांग

तीतर के छोटे बच्चों की बाजार में बहुत मांग रहती है. इसका कारण यह है कि इनके मांस में बच्चों के लिए जरूरी प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है. साथ ही ये सेहतमंद भी माने जाते हैं. तीतर घर और रसोई से निकलने वाले छोटे कीड़े, दीमक और केंचुए खा जाते हैं. इससे इन्हें प्राकृतिक रूप से प्रोटीन मिल जाता है, जो इनकी ग्रोथ के लिए अच्छा होता है. यही वजह है कि किसान छोटे तीतर चूजों को बेचकर भी अच्छी कमाई कर सकते हैं

कम पैसे में शुरू करें तीतर पालन

किसानों को अगर लगता है कि तीतर पालन में बहुत पैसा लगेगा तो ऐसा नहीं है. यह व्यापार बेहद कम निवेश से शुरू किया जा सकता है. बस आपके पास थोड़ी सी जमीन होनी चाहिए. आप 4 से 5 तीतर लाकर भी इसका पालन शुरू कर सकते हैं. धीरे-धीरे संख्या बढ़ाकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. अंडों के अलावा तीतर का मीट भी बाजार में महंगे दामों पर बिकता है. यही कारण है कि यह व्यापार छोटे किसानों के लिए भी बड़ा अवसर है.

मांस से होती है मोटी कमाई

चिकन के मुकाबले तीतर का मांस हल्का और पौष्टिक होता है. इसमें 100 ग्राम में 24 प्रतिशत प्रोटीन, 6 फीसदी वसा और 162 कैलोरी ऊर्जा पाई जाती है. साथ ही इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, लौह पदार्थ, पोटैशियम, जिंक और सोडियम जैसे कई पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं. विटामिन बी6 और बी12 भी अच्छी मात्रा में मिलता है. बाजार में तीतर का औसत वजन 300 ग्राम होता है और इसे आसानी से 300 से 500 रुपये तक बेचा जा सकता है. यही वजह है कि किसान सर्दियों में तीतर पालन से ज्यादा कमाई कर सकते हैं.

सर्दियों में तीतर पालन है खास फायदेमंद

तीतर की सबसे ज्यादा मांग ठंड के मौसम में रहती है. इस दौरान इसके अंडे और मीट दोनों के दाम बढ़ जाते हैं. अगर किसान इस समय तीतर पालन शुरू करें तो उन्हें बंपर मुनाफा मिल सकता है. यही वजह है कि धीरे-धीरे तीतर पालन ग्रामीण इलाकों में लोकप्रिय होता जा रहा है.

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Published: 13 Sep, 2025 | 11:16 PM

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