Poultry Feed: मुर्गियों को खिलाएं ये खास हरा चारा, तेजी से बढ़ेगा चूजा और अंडा उत्पादन

मुर्गी पालकों के लिए अजोला एक सस्ता, पौष्टिक और फायदेमंद चारा है, जिससे अंडा उत्पादन बढ़ता है और मुनाफा भी. कम लागत में ज्यादा फायदा देने वाला यह विकल्प तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.

नोएडा | Published: 12 Sep, 2025 | 12:45 PM

Poultry Farming: भारत एक कृषि प्रधान देश है, लेकिन अब लोग सिर्फ खेतों तक ही सीमित नहीं रह गए हैं. खेती के साथ-साथ लोग अब पशुपालन, खासकर मुर्गी पालन की तरफ भी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसका मुख्य कारण है इसमें मिलने वाला अच्छा मुनाफा और कम लागत में शुरू हो जाने वाला व्यवसाय. पिछले कुछ वर्षों में देशभर में मुर्गी पालन करने वालों की संख्या में बड़ी तेजी आई है.

अगर आप भी मुर्गी पालन कर रहे हैं या इस दिशा में सोच रहे हैं, तो आपके लिए एक खास खबर है. यह खबर उस चारे के बारे में है जिसे मुर्गियों को खिलाने से उनका अंडा उत्पादन कई गुना बढ़ सकता है.

अजोला: हरे चारे का कमाल

जिस चारे की बात हो रही है उसका नाम है अजोला (Azolla). अजोला एक प्रकार का जलीय पौधा (फर्न) है जो पानी की सतह पर उगता है. यह मुख्य रूप से हरे चारे के रूप में उपयोग किया जाता है और इसकी खासियत है कि इसमें प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अजोला को उगाना आसान है और इसकी लागत भी बहुत कम आती है. मात्र 2 से 3 रुपये प्रति किलो के हिसाब से यह तैयार हो जाता है. इसे “पशुओं और मुर्गियों के लिए ड्राई फ्रूट” भी कहा जाता है क्योंकि इसमें पोषक तत्वों की भरमार होती है.

कम लागत, ज्यादा मुनाफा

अजोला की सबसे बड़ी खूबी है कि इसे तैयार करने में ज्यादा मेहनत या खर्च नहीं आता. इसके लिए बस थोड़ा पानी, एक छोटी जगह और अनुकूल तापमान (25 से 30 डिग्री सेल्सियस) की जरूरत होती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अजोला हर 5 दिन में अपनी मात्रा को दोगुना कर लेता है. एक हेक्टेयर जमीन पर सालभर में 300 टन से ज्यादा अजोला का उत्पादन किया जा सकता है. इससे मुर्गी पालकों को हर महीने चारे के लिए होने वाला खर्च काफी हद तक कम हो जाता है.

मुर्गियों में बढ़ती है अंडा उत्पादन क्षमता

जो सबसे बड़ी बात है वो ये कि अजोला को मुर्गियों के रोजाना के फीड में शामिल करने से उनके अंडा देने की क्षमता में 10-15 फीसदी  तक की वृद्धि देखी गई है. मुर्गियों को रोजाना 10 से 15 ग्राम अजोला खिलाने से उनका शारीरिक विकास बेहतर होता है और वे ज्यादा अंडे देती हैं. अजोला में प्रोटीन के अलावा अमीनो एसिड, विटामिन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, आयरन, कॉपर और मैग्नेशियम जैसे जरूरी तत्व भी होते हैं जो मुर्गियों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. इससे न सिर्फ अंडों की संख्या बढ़ती है बल्कि उनकी गुणवत्ता भी बेहतर होती है, जिससे बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं.

कैसे करें अजोला की खेती?

अगर आप अजोला उगाना चाहते हैं तो यह ज्यादा मुश्किल नहीं है. इसके लिए आपको किसी खेत या घर के आंगन में एक छोटा सा तालाब बनाना होता है या फिर प्लास्टिक की टंकी में भी इसे उगाया जा सकता है. तालाब में पानी भरकर उसमें गोबर और मिट्टी मिलाकर अजोला की बीज डाल दी जाती है. कुछ ही दिनों में ये तेजी से बढ़ता है और कटाई के लिए तैयार हो जाता है. इसके बाद इसे धूप में थोड़ा सुखाकर मुर्गियों को खिलाया जा सकता है.