Fish Farming : सर्दियां आते ही किसानों के मन में एक सवाल बार-बार उठता है-क्या इस मौसम में मछली पालन से अच्छा मुनाफा मिल सकता है? जवाब है-हां, बिल्कुल! अगर सही तरीके, सही देखभाल और थोड़ी सी समझदारी अपनाई जाए, तो सर्दियों में भी मछली पालन शानदार आय दे सकता है. कुछ खास टिप्स का पालन करने से मछलियों की सेहत बनी रहती है और उत्पादन भी दोगुना तक बढ़ सकता है. आइए जानते हैं ऐसे ही 10 आसान और कारगर टिप्स, जो हर मछली पालक के लिए बेहद जरूरी हैं.
पानी के तापमान पर रखें खास ध्यान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सर्दियों में तालाब का पानी सबसे ज्यादा प्रभावित होता है. तापमान गिरने से मछलियां कम सक्रिय होती हैं और खाना भी कम खाती हैं. इसलिए पानी का तापमान 20-28 C के बीच बनाए रखना जरूरी है. इसके लिए किसान तालाब के ऊपर ग्रीन नेट या मोटी पॉलीथिन शीट लगा सकते हैं. इससे ऊपर से आने वाली ठंडी हवा और पाला पानी तक नहीं पहुंचता और तापमान संतुलित रहता है.
तालाब की गहराई बढ़ाएं, ठंड से मिलेगा बचाव
सर्दियों में मछलियों के लिए उथला पानी नुकसानदेह हो सकता है, क्योंकि इसका तापमान जल्दी गिर जाता है. तालाब की गहराई कम से कम 6-8 फीट जरूर होनी चाहिए. गहराई बढ़ने से नीचे वाला पानी ज्यादा गर्म और स्थिर रहता है, जो मछलियों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है. अगर गहराई नहीं बढ़ा सकते, तो तालाब के एक हिस्से में कृत्रिम गड्ढा बनाकर मछलियों को वहां शरण दी जा सकती है.
ऑक्सीजन की कमी न होने दें-यह मछलियों की जान है
ठंड में पानी में ऑक्सीजन का स्तर तेजी से कम होता है. इससे मछलियां ऊपर तैरने लगती हैं और कुछ मामलों में उनकी जान भी जा सकती है. इसलिए एयरेटर, पैडल, फाउंटेन या हवा करने वाली मशीनें जरूर चलाएं. अगर मशीन उपलब्ध न हो, तो सुबह-सुबह तालाब में ताजा पानी डालें, जिससे ऑक्सीजन बढ़ती है. इसके साथ ही तालाब में अत्यधिक काई बनने न दें, क्योंकि यह रात में ऑक्सीजन कम कर देती है.
सर्दियों वाला खास आहार-कम, हल्का और पौष्टिक
सर्दियों में मछलियों का मेटाबॉलिज्म बहुत धीमा हो जाता है. ऐसे में उन्हें ज्यादा भोजन देना नुकसानदायक हो सकता है. किसान हल्का, आसानी से पचने वाला और पौष्टिक आहार दें. एक बात याद रखें-सर्दियों में मछलियों को दिन में सिर्फ एक बार ही खिलाना चाहिए. ज्यादा खिलाने से तालाब में गंदगी बढ़ती है और पानी खराब होने लगता है.
सफाई ही सुरक्षा-तालाब की नियमित साफ-सफाई जरूरी
ठंड के मौसम में तालाब ज्यादा जल्दी गंदा होता है. पत्ते, पौधों का कचरा, कीचड़ और सड़ी हुई सामग्री पानी को खराब कर देती है. इससे मछलियों की सेहत पर असर पड़ता है. इसलिए:-
- तालाब की सतह समय-समय पर साफ करें
- किनारों पर उगी हुई घास या झाड़ियां हटाएं
- मृत पौधों या मछलियों को तुरंत निकालें
- साफ पानी में मछलियां तेजी से बढ़ती हैं और कम बीमार होती हैं.
सर्दियों के लिए सही प्रजाति चुनें
ठंड में सभी प्रजातियां एक समान नहीं पनपतीं. कुछ मछलियां ठंडे पानी में भी अच्छी ग्रोथ देती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सर्दियों के लिए ये प्रजातियां बेहतर होती हैं:-
- रोहू
- ग्रास कार्प
- कैटफिश
ये मछलियां कम तापमान में भी एक्टिव रहती हैं और किसानों को अच्छा उत्पादन देती हैं.
बीमारियों से बचाव करें-नियमित जांच लें जरूरी
सर्दियों में कई तरह के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए मछलियों की नियमित जांच करें. अगर मछलियां सतह पर चढ़कर सांस ले रही हों, रंग फीका लग रहा हो या वे खाने में सुस्ती दिखाएं, तो तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श लें. समय पर पहचान और उपचार बड़े नुकसान से बचा सकता है.
ठंडी हवाओं को रोकें, तापमान स्थिर रखें
तेज ठंडी हवाएं तालाब के पानी का तापमान तुरंत गिरा देती हैं. इससे मछलियों पर असर पड़ता है. इसे रोकने के लिए किसान:-
- तालाब के आसपास पेड़ लगाएं
- कृत्रिम बैरिकेड या बाड़ लगाएं
- हवा की दिशा में मिट्टी का तटबंध बनाएं
- यह कदम पानी को स्थिर और गर्म रखने में मदद करते हैं.
पानी की गुणवत्ता बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण
मछलियों के लिए pH स्तर 7-8 के बीच होना आदर्श है. इसलिए पानी की टेस्टिंग नियमित रूप से करते रहें. अगर pH बिगड़े, तो चूना या आवश्यक प्रबंधन अपनाकर उसे संतुलित करें. पानी की गुणवत्ता जितनी बेहतर होगी, उत्पादन उतना अधिक मिलेगा.
विशेषज्ञों की मदद और तकनीक का उपयोग करें
आज के समय में तकनीक ने मछली पालन को आसान और अधिक मुनाफेदार बना दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स कहती हैं कि विशेषज्ञ सलाह और आधुनिक तकनीक अपनाने से उत्पादन कई गुना बढ़ जाता है. किसान स्थानीय मत्स्य विभाग या कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क कर उपयोगी सुझाव ले सकते हैं.