गांव या शहर कहीं भी पालें बकरी की ये 6 नस्लें, दूर कर देंगी पैसे की किल्लत

कम जमीन, कम खर्च में भी इन 6 बकरी नस्लों से होती है मोटी कमाई. दूध, मांस और तेज प्रजनन क्षमता के चलते किसान बन रहे मालामाल.

धीरज पांडेय
नोएडा | Updated On: 17 Jun, 2025 | 12:50 PM

अगर आप कम जमीन में बड़ा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो बकरी पालन आपके लिए सुनहरा मौका है. खासकर कुछ ऐसी नस्लें हैं, जो दूध और मांस दोनों में जबरदस्त उत्पादन देती हैं. इन बकरियों को सही तरीके से पाला जाए तो ये सिर्फ खाने के लिए नहीं, बल्कि कमाई की मशीन बन सकती हैं. चलिए जानते हैं ऐसी ही 6 खास नस्लों के बारे में, जिनसे किसान हर साल लाखों कमा रहे हैं.

1. जमुनापारी बकरी

जमुनापारी नस्ल उत्तर प्रदेश के मथुरा और इटावा इलाके में पाई जाने वाली ये नस्ल दूध और मांस दोनों में अव्वल है. ये बकरी रोजाना 2 से 2.5 लीटर दूध देती है और कम चारे में भी तंदुरुस्त हो जाती है. एक बकरी अपने जीवन में 13 से 15 बच्चों को जन्म देती है. इसके बकरे का वजन 90 किलो तक जाता है और दाम 20-22 हजार रुपये तक मिल जाते हैं. खास बात ये है कि अब इसे नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है, जिससे इसकी डिमांड और बढ़ गई है.

2. बरबरी बकरी

बरबरी बकरी उत्तर प्रदेश के एटा, आगरा और अलीगढ़ जैसे जिलों में पाई जाने वाली इस नस्ल की खासियत है इसकी तेजी से बढ़ने वाली आबादी. यह बकरी 13-14 महीने की उम्र में बच्चा देना शुरू कर देती है और साल में दो बार बच्चे देती है. वहीं, इसका मांस 900 से 1000 रुपये किलो तक बिक जाता है. इसके अलावा इस नस्ल के बकरे की कीमत 9-10 हजार और फीमेल 5-6 हजार की मिलती है. जो छोटे किसानों के लिए यह बहुत लाभदायक नस्ल है.

3. बीटल बकरी

पंजाब की ये नस्ल मांस और दूध दोनों में बेहतरीन है. यह बकरी रोजाना 2 से 3 लीटर दूध देती है और इसका शरीर मजबूत होता है. बीटल नस्ल की बकरी पहली बार 12 से 18 महीने में बच्चा देती है. वहीं इस नस्ल की कीमत बाजार में 20 से 25 हजार रुपये तक है. इसके अलावा, इस नस्ल के बकरे का वजन 50 से 60 किलो तक होता है. वहीं, इस नस्ल की बकरी के दूध सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है.

4. सिरोही बकरी

राजस्थान के सिरोही इलाके से आने वाली ये नस्ल किसानों की पसंदीदा है. एक बार में 1-2 बच्चे देती है और साल भर में 2 बार प्रजनन कर सकती है. इतना ही नहीं इस नस्ल की बकरी 2 से 3 लीटर तक दूध देती है और जल्दी बड़ा होने की क्षमता रखती है. इसकी देखभाल आसान है और यह कम लागत में अच्छा मुनाफा देती है.

5. ब्लैक बंगाल बकरी

पूर्वी भारत की यह बकरी नस्ल मांस उत्पादन के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है. नर बकरी का वजन आमतौर पर 25 से 30 किलो और मादा बकरी का वजन 20 से 25 किलो तक होता है. यह नस्ल हर ब्यांत में औसतन 2 से 3 बच्चों को जन्म देती है. दूध उत्पादन की बात करें तो यह बकरी करीब 4 महीने तक रोज़ाना 300 से 350 मिलीलीटर दूध देती है. इस नस्ल को खास तौर पर मांस और बेहतरीन खाल के लिए पाला जाता है. खास बात यह है कि यह बकरी दो साल में तीन बार बच्चे देती है और हर बार दो या उससे ज्यादा बच्चों को जन्म देती है, जिससे किसानों को लगातार आमदनी होती है.

6. ओस्मानाबादी बकरी

महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले से आने वाली इस नस्ल की खासियत इसकी तेज़ फुर्ती और कम चारे में तेजी से बढ़ने की क्षमता है. यह बकरी साल में दो बार बच्चों को जन्म देती है और रोजाना 0.5 से 1.5 किलो तक दूध देती है. इसकी मांस के लिए खास मांग रहती है और यही वजह है कि यह नस्ल अब पूरे देश में तेजी से लोकप्रिय हो रही है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 17 Jun, 2025 | 12:45 PM

किस देश को दूध और शहद की धरती (land of milk and honey) कहा जाता है?

Poll Results

भारत
0%
इजराइल
0%
डेनमार्क
0%
हॉलैंड
0%