ठंड में भी बकरियां देंगी भरपूर दूध, अपनाएं ये देसी नुस्खे और बीमारी को भगाइये दूर

Goat Care in Winters: सर्दी शुरू होते ही बकरियों के दूध घटने की चिंता बढ़ जाती है, लेकिन अब किसान घबराएं नहीं. कुछ आसान देसी नुस्खे और सही देखभाल से ठंड में भी बकरियां भरपूर दूध देंगी और बीमारियों से दूर रहेंगी. यह खबर आपके लिए है अगर आप Goat Farming करते हैं.

Kisan India
नोएडा | Published: 13 Nov, 2025 | 11:33 AM

Goat Farming Tips for Winters: सर्दी का मौसम शुरू होते ही किसान सबसे ज्यादा चिंता में पड़ जाते हैं कि बकरियों का दूध कम न हो जाए. लेकिन अगर थोड़ी समझदारी और देसी तरीके अपनाए जाएं, तो ठंडी में भी बकरियां भरपूर दूध दे सकती हैं. सर्दियों में बकरियों को गर्माहट, पौष्टिक आहार और समय-समय पर वैक्सीनेशन देना बेहद जरूरी है. बस कुछ छोटे कदम उठाइए और आपकी बकरियां रहेंगी सेहतमंद, साथ ही दूध उत्पादन में भी कोई कमी नहीं आएगी.

ठंड में दूध घटने से रोकने के आसान उपाय

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सर्द मौसम में बकरियों के शरीर का तापमान गिरने लगता है, जिससे दूध उत्पादन  पर असर पड़ सकता है. इसलिए उन्हें गर्म रखने का इंतजाम जरूरी है. अगर आपके पास कच्चा बाड़ा है, तो उसे सूखा और हवा से बचाने लायक बना लीजिए. बकरियों को रात में गुनगुना पानी पिलाइए और दिन में खुली धूप में छोड़िए. धूप से उन्हें विटामिन डी मिलेगा, जिससे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और दूध देने की क्षमता बनी रहेगी.

पौष्टिक आहार से मिलेगा दूध और ताकत दोनों

सर्दी में बकरियों को ऐसा आहार देना चाहिए जिसमें ऊर्जा और प्रोटीन दोनों की मात्रा ज्यादा हो. उनके भोजन में जौ, ज्वार, बाजरा या मक्का शामिल करें. ये अनाज शरीर को गर्म रखते हैं और दूध उत्पादन बढ़ाते हैं. इसके अलावा प्रोटीन के लिए मूंगफली, सोयाबीन या सरसों की खली  देना फायदेमंद होता है. इसके साथ ही, हरा चारा और मिनरल मिक्स रोजाना देना भी जरूरी है. इससे बकरियों को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं और उनका शरीर मजबूत बना रहता है.

वैक्सीनेशन और समय पर देखभाल जरूरी

सर्दियों में बकरियों को कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जैसे पीपीआर (PPR), निमोनिया, सीसीपी और एंटरोटॉक्सिमिया. इनसे बचाव के लिए नियमित वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है. अगर बकरियों में खांसी, नाक से पानी आना या सुस्ती जैसे लक्षण दिखें, तो तुरंत पशु चिकित्सक  से सलाह लें. ध्यान रखें कि ठंडी में उन्हें कभी भी गीले बाड़े या खुले में न रखें. उनका बिस्तर सूखा और गर्म होना चाहिए, ताकि बीमारी का खतरा कम हो सके.

गर्माहट से ही मिलती है सुरक्षा और सुकून

ज्यादातर किसान ठंड में बकरियों  को खुले में बांध देते हैं, जिससे उन्हें ठंडी हवा लग जाती है. यही गलती दूध उत्पादन घटाने और बीमारियों को बढ़ाने का कारण बनती है. इसलिए बकरियों के लिए बाड़े में बिछावन के रूप में सूखी घास या भूसा बिछाएं. अगर रात ज्यादा ठंडी हो, तो बकरियों को हल्के कपड़े या बोरे से ढक सकते हैं. खासकर छोटे मेमनों को ज्यादा ठंड से बचाना जरूरी है क्योंकि उनका शरीर जल्दी ठंड पकड़ लेता है.

देसी नुस्खे जो बढ़ाएंगे दूध और रखेंगे सेहतमंद

पुराने पशुपालक बताते हैं कि कुछ देसी तरीके सर्दियों में बहुत असरदार होते हैं. जैसे, रोज सुबह बकरियों को गुनगुना पानी में थोड़ा गुड़ मिलाकर देना चाहिए, इससे शरीर को गर्मी मिलती है. साथ ही, हफ्ते में एक बार सरसों का तेल या देसी घी उनके पैरों और सींगों पर मलने से रक्त संचार बेहतर होता है. कुछ किसान बकरियों को ठंडी के मौसम में हल्का गर्म दलिया या चोकर  खिलाते हैं, जिससे दूध देने की क्षमता बढ़ती है.

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