मध्य प्रदेश में इस बार गोवर्धन पूजा का रंग कुछ अलग और प्रेरणादायक होगा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के हर जिले, सार्वजनिक स्थल और गौशालाओं में गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाई जाए. यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी भावना और किसानों की उन्नति का प्रतीक भी बनेगा. साथ ही, डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत पशुपालकों को नई दिशा मिलेगी- जिससे राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी.
कामधेनु योजना बनेगी गोपालकों की नई पहचान
प्रदेश सरकार ने पशुपालकों के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत जो भी पशुपालक 25 गाय या भैंसों की डेयरी इकाई लगाना चाहता है, उसे 10 लाख रुपये तक का अनुदान मिलेगा. इसका उद्देश्य है- ग्रामीण युवाओं को रोजगार से जोड़ना और दूध उत्पादन में आत्मनिर्भरता लाना. सरकार का मानना है कि यदि हर गांव में एक डेयरी इकाई शुरू हो जाए, तो किसानों की आय दोगुनी होने में देर नहीं लगेगी.
हर जिले की गौशाला में होगी भव्य गोवर्धन पूजा
मुख्यमंत्री ने कहा है कि आज यानी 21 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को प्रदेश के हर जिले में गोवर्धन पूजा का आयोजन किया जाएगा. ये आयोजन सिर्फ मंदिरों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि हर सार्वजनिक स्थल और गौशालाओं में पूरे उत्साह के साथ होंगे. इन कार्यक्रमों में मंत्री, सांसद, विधायक, पंचायत प्रतिनिधि और स्थानीय जनता भी शामिल होगी. सरकार का उद्देश्य है कि इस पूजा के जरिए समाज में एकता, आस्था और सद्भाव का वातावरण बने.
आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी भावना को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गोवर्धन पूजा के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत और जीएसटी उत्सव के कार्यक्रम भी 25 दिसंबर तक प्रदेशभर में चलते रहेंगे. इन कार्यक्रमों में स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग और क्रय-विक्रय को प्रोत्साहन दिया जाएगा. सरकार चाहती है कि हर आयोजन में लोकल फॉर वोकल का संदेश गूंजे और छोटे व्यापारियों को बाजार में नई पहचान मिले.
गरीबों और श्रमिकों संग खुशियां
सीएम मोहन यादव ने कहा कि दीपावली केवल घरों तक सीमित न रहे, बल्कि यह त्योहार सभी के लिए खुशी लाए. उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे दीपावली के मौके पर वृद्धाश्रम, अनाथालय और गरीब बस्तियों में जाकर दीप जलाएं और खुशियां साझा करें. उन्होंने कहा कि दीपावली के दूसरे दिन मजदूर हाट और मैदानों में जाकर श्रमिकों के साथ त्योहार मनाना चाहिए. इससे समाज में समानता और भाईचारे की भावना मजबूत होगी.
सुरक्षा और सौहार्द पर रहेगा पूरा जोर
त्योहारों के समय सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी मुख्यमंत्री ने विशेष निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस बल को घनी बस्तियों, बाजारों और चौराहों पर सक्रिय रहना चाहिए ताकि जनता को सुरक्षा का एहसास हो. कलेक्टरों को भी संवेदनशील घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने और झूठी खबरों का फैक्ट चेक जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा- त्योहार का असली आनंद तभी है जब समाज सुरक्षित और निडर होकर खुशियां मनाए.
एक भारत, श्रेष्ठ भारत का संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवर्धन पूजा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने वाला त्योहार है. यह एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत करता है. उन्होंने कहा कि जब हर वर्ग, हर धर्म और हर समाज साथ मिलकर त्योहार मनाएगा, तभी सच्चे अर्थों में विकास और सद्भाव संभव होगा. जनप्रतिनिधियों ने भी आश्वासन दिया कि वे इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाएंगे और हर आयोजन को सफल बनाएंगे.