अब पशुपालकों को मिलेगा फायदा, सरकार सिखाएगी नई तकनीक और सही देखभाल का तरीका

मध्यप्रदेश सरकार का दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान पशुपालकों को नई तकनीक, नस्ल सुधार, पोषण और टीकाकरण की जानकारी देगा. इसका उद्देश्य है दुग्ध उत्पादन बढ़ाना और पशुपालकों की आमदनी में इजाफा करना.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 13 Sep, 2025 | 06:25 PM

MP News : मध्यप्रदेश सरकार अब दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देकर पशुपालकों और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है. इसी कड़ी में 2 अक्टूबर से 9 अक्टूबर 2025 तक प्रदेश में दुग्ध समृद्धि संपर्क अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान का उद्देश्य है पशुपालकों को नवीन तकनीकों, बेहतर नस्ल और पशु स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरी जानकारियां देना. यह कदम पशुपालकों की आय बढ़ाने और दूध उत्पादन में बढ़ोतरी लाने में अहम साबित होगा.

किसानों और पशुपालकों को मिलेगा सही मार्गदर्शन

अभियान के दौरान पशुपालकों और किसानों को बताया जाएगा कि किस तरह से वे अपने पशुओं की देखभाल बेहतर तरीके से कर सकते हैं. पशुओं की अच्छी नस्ल, पोषण और स्वास्थ्य की जानकारी दी जाएगी, जिससे दुग्ध उत्पादन में सुधार हो सके. सरकार का मानना है कि अगर पशुपालकों को सही जानकारी और सुविधाएं मिलें, तो वे अपने व्यवसाय को एक नई ऊंचाई तक ले जा सकते हैं. यह अभियान उनके लिए एक सीधा और असरदार रास्ता साबित हो सकता है.

नस्ल सुधार के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग

इस अभियान के तहत किसानों को कृत्रिम गर्भाधान, सेक्स सॉर्टेड सीमेन तकनीक और एंब्रियो ट्रांसफर तकनीक जैसी आधुनिक विधियों की जानकारी दी जाएगी. इन तकनीकों से पशुओं की नस्ल सुधरती है, जिससे वे ज्यादा दूध देने में सक्षम होते हैं. सेक्स सॉर्टेड सीमेन तकनीक से खासकर दूध देने वाली मादा बछियों का जन्म अधिक होता है. इससे पशुपालकों को लंबे समय में अधिक लाभ मिलता है.

दुग्ध उत्पादन में होगा सुधार, बढ़ेगी आमदनी

जब पशुओं की नस्ल और सेहत अच्छी होगी, तो दूध का उत्पादन अपने आप बढ़ेगा. इससे पशुपालकों की आय में सीधा असर पड़ेगा. पशुपालन विभाग का लक्ष्य है कि हर छोटे-बड़े किसान को ऐसा प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे वह अपने पशुओं से बेहतर उत्पादन ले सके. अभियान के जरिए उन्हें बिना खर्चे के विशेषज्ञों से सलाह लेने का मौका मिलेगा.

बीमारियों से बचाव और नियमित टीकाकरण की जानकारी

कई बार पशुपालक बीमारियों और संक्रमण से अपने पशुओं को बचा नहीं पाते, जिससे नुकसान होता है. इस अभियान में पशुओं के स्वास्थ्य, टीकाकरण, और साफ-सफाई से जुड़ी जानकारी दी जाएगी. सरकार का कहना है कि बीमारी से बचाव इलाज से बेहतर होता है. इसी सोच के साथ इस अभियान में बताया जाएगा कि कौन-से टीके कब लगवाने चाहिए, और पशु के बीमार पड़ने पर क्या सावधानियां रखनी चाहिए.

सही पोषण से होंगे पशु स्वस्थ और ताकतवर

पशुपालकों को यह भी बताया जाएगा कि पशु के लिए कैसा चारा और पोषण जरूरी है. अक्सर दूध कम देने की वजह सिर्फ पोषण की कमी होती है. इसीलिए, सरकार अब पोषण पर भी खास ध्यान दे रही है. अभियान के दौरान पशुपालकों को संतुलित आहार, मिनरल मिक्सचर, और पानी की सही मात्रा जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी जाएगी, जिससे पशु स्वस्थ और उत्पादनशील बन सकें.

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Published: 13 Sep, 2025 | 06:17 PM

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