मुर्गियों को खिलाएं ये स्पेशल घास, तेजी से बढ़ेगा वजन.. 90 दिनों में ही होगी मोटी कमाई

अनुभवी और एक्सपर्ट मुर्गी पालक किसानों को कहना है कि बहुत से लोग चूजें को केवल मक्के या गेहूं का दाना ही खिलाते हैं. लेकिन ऐसे लोगों को मालूम होना चाहिए कि इंसान की तरह मुर्गियों को प्रयाप्त मात्रा में पोषण की जरूरत होती है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 26 Nov, 2025 | 03:41 PM

Poultry Farming: मुर्गी पालन का चलन तेजी से बढ़ रहा है. अब गावों में बड़े-बड़े किसान भी मुर्गी पालन कर रहे हैं. इससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है. लेकिन कई ऐसे किसान हैं, जिन्हें मुर्गी पालन में नुकसान उठाना पड़ रहा है. ऐसे में किसानों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है. अब मुर्गियों की अच्छी देखरेख और उनके आहार में सुधार लगाकर आप मुर्गी पालन को लाभकारी बिजनेस बना सकते हैं. इसके लिए आपको ज्यादा खर्च करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. बस नीचे बताए गए देसी टिप्स को अपनाना होगा.

कृषि एक्सपर्ट के मुताबिक, अभी भी बहुत से मुर्गी पालक पारंपरिक तरीके से ही मुर्गी पालन  कर रहे हैं. वे मुर्गियों के खुराक और देखरेख पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं. लेकिन किसानों को मालूम होना चाहिए कि मुर्गियां बहुत ही संवेदनशील होती हैं. मौसम में बदलाव आते ही उनके हेल्थ पर तुरंत असर पड़ता है. ऐसे में वे खाना-पानी कम कर देती हैं. इससे मुर्गियों का वजन नहीं बढ़ता है और कई बार तो उनकी मौत तक हो जाती है. इसलिए मुर्गी पालकों को ये खबर जरूर पढ़नी चाहिए.

मुर्गियों को खिलाएं ये घास

दरअसल, अनुभवी और एक्सपर्ट मुर्गी पालक किसानों को कहना है कि बहुत से लोग चूजें को केवल मक्के या गेहूं का दाना ही खिलाते हैं. लेकिन ऐसे लोगों को मालूम होना चाहिए कि इंसान की तरह मुर्गियों को प्रयाप्त मात्रा में पोषण की जरूरत होती है. इसलिए उन्हें मौसम के हिसाब से तरह-तरह के आहार देना चाहिए. एक्सपर्ट के मुताबिक,  चूजों को सिर्फ 30 फीसदी दाना देना चाहिए और 70 फीसदी अजोला घास  खिलाएं. क्योंकि अजोला घास मुर्गियों के लिए काफी लाभदायक होती है. इससे उनका वजन तेजी से बढ़ता है. साथ ही अजोला खास खिलाने से दाने पर होने वाला खर्च काफी कम हो जाता है और मुनाफा बढ़ जाता है. खास बात यह है कि किसान अजोला की खेती खुद भी कर सकते हैं.

90 दिनों में 1 किलो हो जाएगा वजन

ऐसे चूजों की शुरुआती 10 दिन की देखभाल सबसे महत्वपूर्ण होती है. इस दौरान उन्हें प्रोटीन और विटामिन  युक्त दाना दिया जाता है, जिससे बीमारी का खतरा कम रहता है. जैसे नवजात बच्चों की शुरुआती देखभाल जरूरी होती है, वैसे ही चूजों को भी इस समय खास ध्यान की जरूरत होती है. बाजार में चूजे 25 से 30 रुपये में मिलते हैं. सही देखभाल के साथ 75 दिनों में उनका वजन 700 से 800 ग्राम और 90 दिनों में लगभग 1 किलो हो जाता है. थोक बाजार में मुर्गे की कीमत 250 रुपये प्रति किलो होती है. इस तरह किसान मुर्गी पालन से अच्छी कमाई कर सकते हैं.

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Published: 26 Nov, 2025 | 03:36 PM

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