अंडा देने वाली मुर्गियों के लिए खास डाइट प्लान, बढ़ेगा उत्पादन और क्वालिटी

अंडा देने वाली मुर्गी को क्या खिलाएं कि उसे भरपूर प्रोटीन और कैल्शियम मिले, ताकि उसके अंडों की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों में सुधार हो. यहां पर बताया जा रहा है..

नोएडा | Updated On: 15 May, 2025 | 11:00 PM

मुर्गीपालन से जुड़े किसानों के लिए अंडा उत्पादन का सीधा रिश्ता मुर्गियों की सेहत और उनके खानपान से होता है. खासकर लेयर मुर्गियों के मामले में, सही चारे का चुनाव करने से अंडों की संख्या ही नहीं, बल्कि उनकी गुणवत्ता में भी जबरदस्त सुधार होता है. यही वजह है कि देशभर में अब पोल्ट्री किसान लेयर फीड जैसी संतुलित डाइट की तरफ रुख कर रहे हैं.

लेयर फीड से अंडों का विकास

लेयर फीड दरअसल ऐसी संतुलित खुराक होती है, जो खासतौर पर अंडा देने वाली परिपक्व मुर्गियों के लिए बनाई जाती है. इसमें 16-18 फीसदी तक प्रोटीन होता है, जो अंडों के विकास में अहम भूमिका निभाता है. इसके साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम दिया जाता है, ताकि अंडे का छिलका मजबूत बने और उत्पादन में गिरावट न आए. विटामिन्स और मिनरल्स का बैलेंस भी इसमें इस तरह से रखा जाता है कि मुर्गी की इम्यूनिटी मजबूत रहे और वह लंबे समय तक अंडा देती रहे.

कब देना चाहिए यह फीड

मुर्गियों को लेयर फीड तब देना चाहिए, जब वे करीब 20 हफ्ते की उम्र पार कर लें या अंडा देना शुरू कर दें. इससे पहले दिए गए ग्रोअर फीड से उनकी बॉडी बनती है, लेकिन अंडा उत्पादन के लिए लेयर फीड ही सबसे उपयुक्त मानी जाती है.

कैल्शियम और ग्रिट जरूरी

लेयर मुर्गियों को अतिरिक्त कैल्शियम देने के लिए पिसा हुआ सीप का छिलका या अंडे के छिलके भी दिए जा सकते हैं. इससे अंडे की गुणवत्ता और छिलके की मजबूती बढ़ती है. वहीं, अगर मुर्गियां खुली जगह नहीं चरतीं तो उन्हें पाचन में मदद के लिए ग्रिट देना भी जरूरी हो जाता है.

ताजी सब्जियों और फलों से भी मदद

लेयर फीड के साथ-साथ अगर मुर्गियों को ताजी हरी सब्जियां और कुछ फल दिए जाएं तो उनकी सेहत और अंडा उत्पादन दोनों में सुधार देखा गया है. इनमें बोक चॉय, चार्ड, पत्ता गोभी, ब्रोकोली, खीरा, तरबूज और स्ट्रॉबेरी जैसी चीजें शामिल की जा सकती हैं.

किसान क्या करें

अगर मुर्गियां खेतों या चरागाहों में घूमती हैं, तो वे खुद ही जरूरी हरी सब्जियां खोज लेती हैं. ऐसे में उन्हें अलग से फल-सब्जी देने की जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन सीमित जगह में पाले गए पोल्ट्री फार्म के लिए यह अतिरिक्त आहार काफी फायदेमंद साबित हो सकता है.

Published: 16 May, 2025 | 08:00 AM