क्या आपके पशु दे रहे कम दूध, तो तुरंत खिलाएं ये खास घास-एक हफ्ते में दिखेगा फर्क

किसानों और पशुपालकों के लिए खुशखबरी. पशुपालक घास का इस्तेमाल कर गाय-भैंस का दूध बढ़ा सकते हैं. सही चारा और पौष्टिक घास से दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों सुधरेंगे. आइए जानते हैं इन घासों के बारे में...

Kisan India
नोएडा | Published: 30 Sep, 2025 | 09:22 PM

अगर आपके गाय-भैंस कम दूध दे रहे हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. छोटे बदलाव और सही चारा अपनाकर आप अपने पशुओं का दूध बढ़ा सकते हैं. कुछ खास घासें ऐसे होते है जो आपके पशुओं को अधिक दूध देने में मदद करती हैं. इससे न सिर्फ दूध की मात्रा बढ़ती है, बल्कि उसकी गुणवत्ता भी बेहतर होती है.

बरसीम घास- सर्दियों में दूध बढ़ाने का साथी

बरसीम घास (Berseem Grass) सर्दियों में उगाई जाती है और इसे ठंड के मौसम में पशुओं को खिलाया जाता है. यह घास प्रोटीन से भरपूर होती है और पशुओं की दूध देने की क्षमता को बढ़ाती है. ज्यादातर किसान इस घास का उपयोग सर्दियों में करते हैं क्योंकि यह ठंड के मौसम में आसानी से उग जाती है. अगर आप नियमित रूप से अपनी गाय-भैंस को बरसीम खिलाएंगे, तो उनका दूध न केवल बढ़ेगा बल्कि स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा.

ज्वार घास- गर्मियों में दूध की वृद्धि

जैसे बरसीम सर्दियों में मदद करती है, वैसे ही गर्मियों में ज्वार घास (Sorghum Grass) का सेवन पशुओं के लिए फायदेमंद होता है. यह गर्मियों में आसानी से उग जाती है और प्रोटीन के अच्छे स्रोत के रूप में काम करती है. गर्मी में पशुओं का दूध कम होने लगता है, लेकिन ज्वार घास खिलाने से दूध की मात्रा में सुधार देखा जा सकता है. किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि गर्मियों में इस घास को अपने पशुओं के आहार में शामिल करें.

नेपियर घास- हरा सोना

नेपियर घास (Napier Grass) को हरा सोना कहा जाता है. यह उच्च गुणवत्ता वाला चारा है, जिसे नियमित रूप से खिलाने से दूध उत्पादन  में बढ़ोतरी होती है. इस घास की खासियत यह है कि यह पौष्टिक होने के साथ ही आसानी से उपलब्ध है. किसान भाइयों ने बताया कि नेपियर घास से न केवल दूध की मात्रा बढ़ती है, बल्कि उसका फैट और प्रोटीन कंटेंट भी बेहतर होता है. इसलिए इसे अपने पशुओं के दैनिक आहार में शामिल करना लाभकारी साबित होगा.

एजोला- पानी की सतह पर उगने वाली पौष्टिक घास

एजोला घास (Azolla Grass) एक ऐसी घास है जो पानी की सतह पर आसानी से उग जाती है. यह सस्ती, पौष्टिक और दूध बढ़ाने में बेहद असरदार है. किसान यदि नियमित रूप से एजोला घास अपने पशुओं को खिलाएंगे, तो दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों में सुधार देखा जा सकता है. खासतौर पर बारिश के मौसम में यह घास आसानी से उपलब्ध हो जाती है. एजोला का सेवन पशुओं की पाचन शक्ति को भी मजबूत करता है और दूध के स्वाद को भी बेहतर बनाता है.

सही चारा, बेहतर उत्पादन

अधिकतर किसान अपनी गाय-भैंस के लिए सिर्फ दो ही घासें उगाते हैं. लेकिन विशेषज्ञ कहते हैं कि बरसीम, ज्वार, नेपियर और एजोला को सही मौसम और मात्रा में खिलाने से दूध उत्पादन में महत्वपूर्ण वृद्धि होती है. इन घासों का संतुलित उपयोग न केवल दूध की मात्रा बढ़ाता है बल्कि उसकी गुणवत्ता को भी बनाए रखता है. नियमित रूप से पौष्टिक घास देने से पशुओं की सेहत अच्छी रहती है और उनकी उम्र भी लंबी होती है.

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Published: 30 Sep, 2025 | 09:22 PM

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