गुजरात के अरावली जिले से आई एक चौंकाने वाली खबर ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है. फूड एंड ड्रग्स कंट्रोल डिपार्टमेंट (FDCA) ने पुलिस और फॉरेंसिक टीम के साथ मिलकर एक डेयरी प्रोडक्ट फैक्ट्री M/s Bapashri Dairy Products पर छापा मारा और 4400 किलो नकली घी जब्त किया. ये नकली घी नामी ब्रांड्स के डिब्बों में पैक होकर बाजार में बेचा जा रहा था.
बिना लाइसेंस चल रही थी फैक्ट्री
छापे के दौरान पता चला कि यह फैक्ट्री बिना किसी वैध FSSAI लाइसेंस के चल रही थी. इस फैक्ट्री में न सिर्फ नकली घी बनाया जा रहा था, बल्कि मक्खन और अन्य डेयरी उत्पादों में भी बड़ी मात्रा में मिलावट हो रही थी. जब्त घी की कुल कीमत करीब 23.74 लाख रुपये आंकी गई है.
नकली घी खाने के नुकसान
नकली या मिलावटी घी खाने से सिर्फ पेट की समस्या नहीं होती, बल्कि यह लिवर, किडनी, दिल और यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को भी जन्म दे सकता है. इन घी में अक्सर ट्रांस-फैट, सस्ते तेल, और हानिकारक केमिकल मिलाए जाते हैं, जो शरीर के अंदर धीरे-धीरे जहर का काम करते हैं.
नकली घी की पहचान कैसे करें?
FSSAI यानी भारतीय खाद्य सुरक्षा विभाग ने बताया है कि आप घर बैठे भी नकली घी की पहचान कर सकते हैं:
गंध से जांचें: असली घी की खुशबू हल्की और सुकून देने वाली होती है. नकली घी की गंध तेज और कृत्रिम लगती है.
हाथ पर रगड़ें: असली घी हाथ पर रगड़ने पर तुरंत पिघलता है और खुशबू छोड़ता है. नकली घी ऐसा नहीं करता.
पानी में डालें: थोड़ा घी पानी में डालें. अगर घी ऊपर तैरता है और कोई परत नहीं बनती, तो वह असली है.
आयोडीन टेस्ट: एक चम्मच घी में 2 बूंद आयोडीन डालें. अगर रंग नीला हो जाए, तो उसमें स्टार्च की मिलावट है.