फूलों से फलों तक, हर पौधे के लिए अलग होती है खाद की जरूरत, बस अपनाएं ये फॉर्मूले

पौधों की सेहत सिर्फ पानी या धूप पर नहीं, बल्कि सही खाद पर भी निर्भर करती है. पौधों को भी इंसानों की तरह पोषक तत्वों की जरूरत होती है. मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व समय के साथ कम हो जाते हैं, इसलिए खाद डालना जरूरी होता है ताकि मिट्टी दोबारा उपजाऊ बने.

Kisan India
नई दिल्ली | Updated On: 7 Oct, 2025 | 03:36 PM

Fertilizer: सुबह जब आप अपने बगीचे या खेत में जाते हैं और देखते हैं कि कुछ पौधे खूब बढ़ रहे हैं, जबकि कुछ मुरझाए हुए हैं, तो इसका सबसे बड़ा कारण होता है, गलत खाद का इस्तेमाल या पोषण की कमी. पौधों की सेहत सिर्फ पानी या धूप पर नहीं, बल्कि सही खाद पर भी निर्भर करती है. अगर आप समझ जाएं कि किस पौधे को क्या चाहिए, तो आपके गार्डन के पौधे और खेत की फसल दोनों ही पहले से कहीं ज्यादा लहलहाने लगेंगे.

पौधों के लिए खाद क्यों जरूरी है?

पौधों को भी इंसानों की तरह पोषक तत्वों की जरूरत होती है. मिट्टी में मौजूद पोषक तत्व समय के साथ कम हो जाते हैं, इसलिए खाद डालना जरूरी होता है ताकि मिट्टी दोबारा उपजाऊ बने. सही खाद पौधे की जड़ों को मजबूत करती है, पत्तों में चमक लाती है और फूलोंफलों की संख्या बढ़ाती है.

सब्जियों के लिए कैसी हो खाद?

टमाटर, भिंडी, मिर्च या लौकी जैसी सब्जियां तेजी से बढ़ती हैं, इसलिए इन्हें संतुलित पोषण की जरूरत होती है. इनके लिए नाइट्रोजन (N), फॉस्फोरस (P) और पोटेशियम (K) का मिश्रण बहुत जरूरी है. ‘10-10-10’ या ‘15-15-15’ जैसे NPK फर्टिलाइजर सब्जियों के लिए सबसे बेहतरीन माने जाते हैं.

अगर आप जैविक विकल्प चाहते हैं, तो गोबर की खाद, नीम की खली या कंपोस्ट खाद भी बहुत असरदार होती हैं. ये मिट्टी की नमी बनाए रखती हैं और फसलों को रोगों से भी बचाती हैं.

फूलों और फलों के पौधों के लिए कौन सी खाद सबसे बेहतर?

फूलों और फलों के पौधों को धीरे-धीरे असर दिखाने वाली खाद चाहिए होती है. ओस्मोकॉट या बोन मील जैसी खादें लंबे समय तक पोषण देती हैं.

अगर आप गुलाब, गेंदा या जूही जैसे फूलों के पौधे उगा रहे हैं, तो महीने में एक बार फॉस्फोरस युक्त खाद जरूर डालें.

आम, अमरूद या नींबू जैसे फलदार पेड़ों के लिए गोबर की सड़ी खाद और राख का मिश्रण बहुत असरदार रहता है.

मिट्टी के हिसाब से चुनें सही खाद

हर मिट्टी की जरूरत अलग होती है.

रेतीली मिट्टी में पोषक तत्व जल्दी बह जाते हैं, इसलिए इसमें ज्यादा फॉस्फोरस और पोटेशियम वाली खाद डालें.

काली मिट्टी में नाइट्रोजन की कमी आम होती है, तो इस मिट्टी के लिए यूरिया या अमोनियम सल्फेट मददगार रहेगा.

दोमट मिट्टी लगभग हर तरह की फसल के लिए आदर्श होती है, बस जैविक खाद डालकर इसकी सेहत बनाए रखें.

खाद डालने के सही तरीके

  • पौधे के चारों ओर मिट्टी हल्की ढीली करें.
  • खाद डालने के बाद तुरंत पानी दें ताकि पोषक तत्व मिट्टी में अच्छे से मिल जाएं.
  • बहुत ज्यादा खाद कभीडालें, वरना जड़ें जल सकती हैं.
  • हर 20–25 दिन में पौधों को हल्की मात्रा में खाद दें ताकि उनकी ग्रोथ बनी रहे.

किसान और बागवान दोनों के लिए सीख

खाद सिर्फ मिट्टी का पोषण नहीं करती, बल्कि आपकी मेहनत का परिणाम तय करती है. अगर आप पौधों की जरूरत को समझेंगे, मिट्टी की जांच करवाएंगे और सही समय पर खाद डालेंगे, तो आपकी पैदावार दोगुनी हो सकती है. याद रखें “सही खाद, सही समय पर  यही है भरपूर फसल का असली राज.”

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Published: 7 Oct, 2025 | 03:35 PM

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