तमिलनाडु के कोझिकोड जिले के कुट्टियाडी क्षेत्र में नारियल की बढ़ती कीमतों के कारण नारियल चोरी की घटनाओं में इजाफा हो रहा है. पहले जहां नारियल का दाम लगभग 30 रुपये था, अब वह बढ़कर करीब 80 रुपये पहुंच गया है. इसी तेजी ने चोरों की नजरें खेतों पर गड़ा दी हैं. इससे नारियल के किसानों और नारियल मालिकों में चिंता बढ़ गई है.
बनाई गई एक्शन कमेटी, फिर भी हमले
इस समस्या से तंग आकर किसानों और फसल मालिकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. इसके अलावा चोरी की घटनाएं रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं और चोरी पर रोक के लिए एक संयुक्त एक्शन कमेटी भी बनाई है. हालांकि, इस मुद्दे पर कुछ एक्शन कमेटी के सदस्यों पर हमले की घटनाएं भी हुई हैं, जिससे कानून व्यवस्था की समस्या गंभीर हो गई है.
पुलिस भी सतर्क, लेकिन चोरों का सुराग नहीं
स्थानीय पुलिस के अनुसार, अब तक लगभग पांच ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें 500 तक नारियल चोरी होने की शिकायत मिली है. डेक्कन हेराल्ड की खबर के मुताबिक आरोपियों की अभी पहचान नहीं हो सकी है और जांच जारी है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि चोरी को रोकने के लिए स्थानीय दुकानदारों और ऑटो-रिक्शा और माल ढुलाई करने वाले चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. खासकर उन लोगों के खिलाफ जो बड़ी मात्रा में नारियल ले जाते पाए जाएं.
पहले सिर्फ गिरे नारियल उठाते थे
एक्शन काउंसिल के संयोजक ए पी अली ने बताया कि चोरी अधिकतर उन खेतों से हो रही है जहां मालिक मौजूद नहीं होते. कुछ किसानों ने चोरी को रोकने का प्रयास किया तो उनपर भी हमला किया गया. उन्होंने साफ किया कि इसमें किसी प्रवासी श्रमिकों का कोई हाथ नहीं है, बल्कि स्थानीय संदिग्ध लोगों की ही संबंध है. पहले लोग केवल गिरे हुए नारियल उठा लेते थे, लेकिन अब सीधे पेड़ों से नारियल चोरी हो रहे हैं.
स्थानीय पंचायत के अध्यक्ष जॉर्ज पोनातिल ने कहा कि जब नारियल की कीमतें कम थीं तब जमींदार अपने खेतों की देखभाल कम करते थे, लेकिन अब कीमतों में उछाल आने से वे अपने खेतों को लेकर चिंतित हैं और चोरी को लेकर सतर्क हैं.