ओडिशा में सब्सिडी वाले बीज की भारी किल्लत, किसान कैसे तैयार करेंगे धान की नर्सरी?

ओडिशा के कटक जिले में किसानों को खरीफ धान की नर्सरी के लिए सब्सिडी वाले बीज नहीं मिल पा रहे हैं. OSSC लक्ष्य से कम बीज जुटा पाई है. किसान पारंपरिक बीजों से बुवाई को मजबूर हैं.

नोएडा | Published: 6 May, 2025 | 04:00 PM

कई राज्यों में किसानों ने खरीफ धान की बुवाई के लिए नर्सरी तैयार करनी शुरू कर दी है. लेकिन ओडिशा के कटक जिले में किसानों को नर्सरी तैयार करने के लिए बीज नहीं मिल रहे हैं, क्योंकि सरकार ने खरीफ फसल के लिए अभी तक सब्सिडी वाले धान के बीच जारी नहीं किए हैं. इसके अलावा, ओडिशा स्टेट सीड्स कॉरपोरेशन (OSSC) भी अब तक बीज वितरण के लिए तय मात्रा की खरीद भी पूरी नहीं कर पाई है, जिससे बीजों की कमी की आशंका बढ़ती जा रही है.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर बीजों की आपूर्ति में देरी बनी रही, तो किसानों को मजबूरी में पारंपरिक, गैर-प्रमाणित बीज बोने पड़ सकते हैं. हालांकि, पहले किसान घर में तैयार बीज का ही इस्तेमाल नर्सरी तैयार करने के लिए करते थे. लेकिन अब हाइब्रिड और हाई-यील्डिंग बीज मिलने के बाद वे पूरी तरह से सरकार पर निर्भर हो गए हैं.

OSSC पास 5,600 क्विंटल धान के बीज

निश्चिंतकोइल ब्लॉक के सुकरपड़ा ग्राम पंचायत के किसानों का कहना है कि ओडिशा में अक्षय तृतीया से खरीफ धान की खेती की शुरुआत होती है. लेकिन राज्य सरकार की ओर से सब्सिडी वाले धान के बीजों की आपूर्ति में देरी होने के कारण किसान मजबूरी में पारंपरिक बीजों से बुवाई कर रहे हैं. ओडिशा स्टेट सीड्स कॉरपोरेशन (OSSC) अब तक, 7,500 क्विंटल के लक्ष्य के मुकाबले केवल 5,600 क्विंटल धान के बीज ही जुटा पाई है. इससे किसानों को बीजों की संभावित कमी का सामना करना पड़ सकता है.

बीज खरीद लक्ष्य नहीं हो पाया पूरा

OSSC अधिकारियों के अनुसार, अधिकतर किसानों ने फाउंडेशन बीज मिलने के बावजूद OSSC को धान 2,921 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बेचने की बजाय मंडियों में 3,100 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचना बेहतर समझा, जिससे बीज खरीद लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया. OSSC के जोनल मैनेजर नबा किशोर सेठी ने इस बात को स्वीकार किया कि बीज खरीद लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि निगम ने पूजा, सरला, CR-1018, कला चंपा, स्वर्णा, MTU-1001, MTU-1318 और CR-1009 समेत 10 किस्मों के बीजों की आपूर्ति शुरू कर दी है. 190 प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (PACS) और 16 रजिस्टर्ड डीलरों में से अब तक 30 PACS और 3 डीलर किसानों को सब्सिडी दर पर बीज बेचने के लिए बीज उठा चुके हैं.

1.36 लाख हेक्टेयर में धान की खेती

सेठी ने कहा कि 20 किलो धान बीज का एक बैग 825 रुपये में बेचा जाएगा और इस पर मिलने वाली 165 रुपये की सब्सिडी राशि किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर की जाएगी. उन्होंने कहा कि एक किसान अधिकतम 15 बैग तक बीज ले सकेगा, जो लगभग 3 हेक्टेयर भूमि पर खेती के लिए पर्याप्त है. ऐसे जिले में खरीफ सीजन के दौरान लगभग 1.36 लाख हेक्टेयर में धान की खेती की जाती है.