किसानों के लिए राहत, अब अधिक नमी वाले कपास की भी होगी खरीदी.. 6950 रुपये क्विंटल रेट

वारंगल में भीगी हुई कपास की खरीद निजी व्यापारियों द्वारा शुरू की गई, जिससे किसानों को राहत मिली. CCI ने ज्यादा नमी वाले कपास नहीं खरीदी. तेलंगाना कॉटन मिलर्स और ट्रेडर्स एसोसिएशन ने CCI के अलॉटमेंट सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखा. अदीलबाद में सांसद के घर प्रदर्शन कर नमी सीमा हटाने की मांग की गई.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 6 Nov, 2025 | 02:08 PM

Telangana News: तेलंगाना के वारंगल जिले के कपास किसानों के लिए राहतभरी खबर है. उनकी भीगी हुई उपज की भी खरीद की जाएगी. दरअसल, मंगलवार को एनेममुला कृषि मंडी में किसानों की अपील के बाद निजी व्यापारी भीगी हुई कपास खरीदने को तैयार हो गए. कृषि विपणन क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक यू. श्रीनिवास के अनुसार, किसान कई दिन तक अपनी फसल बेचने का इंतजार कर रहे थे. लेकिन बीते दिनों हुई भारी बारिश के कारण कपास की फसल भीग गई. इससे उपज में नमी का स्तर 18 फीसदी से बढ़कर 23 फीसदी हो गया.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादा नमी वाले कपास खरीदने  से कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) ने मना कर दिया, जिससे किसानों को निजी खरीदारों के पास जाना पड़ा. किसानों ने 1.5 किलो की नुकसान की कटौती और प्रति बैग 1 किलो की अतिरिक्त कमी मानने की शर्त रखी और सबसे अच्छा भाव देने का आग्रह किया. चर्चा के बाद, व्यापारियों ने 6,950 रुपये प्रति क्विंटल देने पर सहमति दी. दिन खत्म होने तक 7,400 बैग यानी करीब 3,600 क्विंटल कपास बिक गई, जिससे किसानों को राहत मिली.

एसोसिएशन CCI के अलॉटमेंट सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेगा

तेलंगाना कॉटन मिलर्स और ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष बी. रविंदर रेड्डी ने कहा कि एसोसिएशन  CCI के अलॉटमेंट सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेगा, जिसने कई जीनिंग मिलों को बंद करवा दिया. उन्होंने कहा कि 30 अक्टूबर और 2 नवंबर को ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके चलते उन्होंने गुरुवार से बंद का ऐलान किया. रविंदर रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना की 323 जीनिंग मिलों को कपास की खरीद में कपास किसान ऐप के जरिए होगी.

बीजेपी सांसद गोदाम नागेश के घर के सामने प्रदर्शन 

इस बीच, कृषि मंत्री थुम्मला नागेश्वर राव ने मंडी में हुई चूक की जांच का आदेश दिया. जांच में पता चला कि 7,329 बैगों में से सिर्फ 59 बैग भीगे थे, जिन्हें तुरंत सुखाकर उसी दिन बेच दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार, किसानों को किसी भी तरह का वित्तीय नुकसान नहीं हुआ. वहीं, अदीलबाद जिले के अध्यक्ष जोगु रामन्ना के नेतृत्व में BRS नेता और कार्यकर्ताओं ने बुधवार को अदीलबाद में बीजेपी सांसद गोदाम नागेश के घर के सामने प्रदर्शन किया. उन्होंने केंद्र सरकार से कपास की नमी  सीमा पर लगे प्रतिबंध हटाने की मांग की.

सारा कपास खरीदेगी सरकार

बता दें कि बीते अक्टूबर महीने केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने ऐलान किया था कि केंद्र सरकार राज्य में उगाया गया सारा कपास खरीदेगी. उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार भी इस प्रक्रिया में पूरी तरह सहयोग कर रही है. उन्होंने कहा था कि कपास किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए सरकार पूरी तरह से तत्पर है. साथ ही मंत्री ने किसानों से अपील की कि वे बिचौलियों के झांसे में न आएं और अपनी फसल सस्ते में न बेचें.

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Published: 6 Nov, 2025 | 02:04 PM

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