बिहार के किसान नहीं करें खाद की चिंता, प्रदेश में उर्वरक की नहीं है कोई कमी

किसानों के सामने किसी तरह का आर्थिक संकट न आए इसके लिए कृषि मंत्री ने सख्ती से कहा है कि किसी भी खाद या उर्वरक के साथ किसी भी दूसरे उत्पाद की टैगिंग न की जाए.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Updated On: 23 Jul, 2025 | 07:55 PM

खरीफ सीजन की फसलों की खेती के लिए राज्य सरकारें लगातार किसानों को बढ़ावा दे रही हैं. इसी कड़ी में बिहार सरकार भी किसानों की हर तरह से मदद कर रही है. प्रदेश सरकार लगातार ये सुनिश्चित कर रही है कि किसानों को खरीफ फसलों की खेती में किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़े. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने साफ तौर पर कहा है कि किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि प्रदेश में उर्वरकों की कमी नहीं है. बता दें कि सरकार लगातार खाद और उर्वरकों की बिक्री में गड़बड़ी और कालाबाजारी को रोकने के लिए सख्ती से कार्रवाई कर रही है.

किसानों को टैगिंग से बचाने के निर्देश

बिहार के कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने प्रदेश में खाद और उर्वरक की कालाजाबारी, कीमत से ज्यादा पर बिक्री करने और किसानों की जबरन टैगिंग से बचाने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं. बता दें कि प्रदेश में लगातार खाद और उर्वरक बनाने वाली कंपनियों का निरीक्षण हो रहा है. किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने की स्थिति में कंपनियों पर सख्त एक्शन लिया जा रहा है. सरकार द्वारा किए जा रहे इस निरीक्षण में अबतक 10 उर्वरक बनाने वाली कंपनियों पर एफआईआर (FIR) की जा चुकी है.

पर्याप्त मात्रा में स्टॉक उपलब्ध

बिहार कृषि मंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने कहा है कि प्रदेश में खाद का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अबतक 3.92 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 1.10 लाख मीट्रिक टन डीएपी, 2.28 लाख मीट्रिक टन एनपीके, 0.64 लाख मीट्रिक टन एमओपी और 1.00 लाख मीट्रिक टन एसएसपी का स्टॉक उपलब्ध है. विडय सिन्हा ने कहा कि प्रदेश के किसानों को सही कीमतों पर खाद और उर्वरक उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है. इसके साथ ही कृषि मंत्री ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को ये सख्त निर्देश दिए हैं कि वे ये सुनिश्चित करें कि किसानों को समय पर सही मात्रा और सही कीमतों पर खाद मुहैया हो ताकि उन्हें खरीफ फसलों की खेती में किसी भी तरह की समस्या न हो.

किसानों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर

किसानों के सामने किसी तरह का आर्थिक संकट न आए इसके लिए कृषि मंत्री ने सख्ती से कहा है कि किसी भी खाद या उर्वरक के साथ किसी भी दूसरे उत्पाद की टैगिंग न की जाए. उन्होंने कहा कि किसानों के हित के लिए सरकार पूरी पारदर्शिता और कड़ी निगरानी के साथा काम कर रही है. किसानों से अपील भी की गई है कि किसी भी तरह की असुविधा होने की स्थिति में किसान तुरंत शिकायत करें. शिकायत करने के लिए टोल फ्री और व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया गया है. अगर आप बिहार के किसान हैं तो दिए गए नंबरों पर संपर्क कर अपनी शिकायत कर सकते हैं. संपर्क नंबर- 0612-2233555 , व्हाट्सएप नंबर- 7766085888, 9031643047.

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Published: 23 Jul, 2025 | 07:53 PM

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