Sweet Corn Farming: रबी सीजन यानी ठंड का मौसम पारंपरिक रूप से गेहूं, चना और मसूर जैसी फसलों के लिए जाना जाता है. इस साल भी रबी सीजन की शुरुआत होने के साथ ही किसान अपने खेतों में रबी फसलों की बुवाई में जुट गए हैं. ज्यादातर किसानों की यही कोशिश रहती है कि वे अपने खेत में ऐसी फसल लगाएं जो उन्हें कम समय और कम लागत में अच्छा उत्पादन और मुनाफा दे. इसलिए किसान अपने खेतों में अलग-अलग तकनीकों का इस्तेमाल कर प्रयोग करते रहते हैं. ऐसे में अगर आप किसान हैं और रबी सीजन में अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो स्वीट कॉर्न की खेती से आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. स्वीट कॉर्न की मांग आज रेस्टोरेंट, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, फास्ट फूड सेंटर और घरेलू उपभोक्ताओं में तेजी से बढ़ रही है. यही कारण है कि किसानों के लिए इसकी खेती एक अच्छा विकल्प बन कर उभर रही है.
स्वीट कॉर्न उगाने के फायदे
स्वीट कॉर्न एक ऐसी फसल है जो कि कम समय में अच्छी पैदावार देती है. ये फसल बुवाई के करीब 75 से 90 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. इसकी एक खासियत ये है कि सामान्य मक्का के मुकाबले ये बाजार में ज्यादा कीमतों पर बिकती है. जहां सामान्य मक्का 15 से 20 रुपये प्रति किलोग्राम बिकती है, वहीं स्वीट कॉर्न 40 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक जाती है. स्वीट कॉर्न का इस्तेमाल ग्रीन कॉब, भुट्टा और प्रोसेसिंग के लिए भी किया जाता है, जिसके कारण किसानों को कई तरह से आमदनी होती है. इसके अलावा रबी सीजन में इसकी खेती करने से कीट और रोगों का खतरा कम होता है और किसानों को उपज भी अच्छी मिलती है.
खेती से पहले अपनाएं ये तकनीक
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, स्वीट कॉर्न की खेती से अच्छी पैदावार और कमाई लेने के लिए किसानों को इसके उन्नत किस्म के बीजों का चुनाव करना चाहिए, जिसमें Sugar-75, Madhuri, WinOrange और Priya आदि शामिल हैं. खास बात ये है कि इन बीजों को राज्य कृषि विश्वविद्यालय और ICAR ने भी प्रमाणित किया है. इसके बाद इसकी बुवाई के लिए अच्छी जल निकासी वाली हल्की दोमट या मध्यम काली मिट्टी का इस्तेमाल करें और खेत को 2 से 3 बार अच्छी तरह जोतकर भुरभुरा बना लें.
बीज उपचार और सिंचाई का रखें ध्यान
स्वीट कॉर्न की खेती के लिए 1 एकड़ में करीब 8 से 10 किलोग्राम बीज की जरूरत पड़ती है. बुवाई से पहले इन बीजों का फफूंदनाशक दवा से उपचार करें और खेत में 60 सेंटीमीटर की दूरी पर बीजों की बुवाई करें. ध्यान दें कि फसल को पहली सिंचाई बुवाई के तुरंत बाज चाहिए होती है, इसलिए बीज बुवाई के तुरंत बाद फसल को पानी दें, इसके बाद हर 10 से 12 दिन के अंतर पर पानी दें. इसके अलावा फसल को कीटों से बचाने के लिए जरूरत के अनुसार नीम तेल का छिड़काव कर सकते हैं.
80 हजार तक कमाई
रबी सीजन में जहां पारंपरिक फसलें सामान्य लाभ देती हैं, वहीं स्वीट कॉर्न की खेती कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल बनकर उभर रही है. अगर किसान सही तरीके और सही तरह से फसल की देखभाल करें तो प्रति एकड़ फसल से किसान 60 से 80 हजार रुपये की आमदनी आसानी से कर सकते हैं.