बेकार नहीं हैं गन्ने की पत्तियां, बिना पैसा खर्च किए खेत पर बनाएं खाद.. मिट्टी में आ जाएगी जान

गन्ने की कटाई के बाद बची पत्तियों को खेत में ही नष्ट करना मिट्टी के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इससे मिट्टी का स्वास्थ्य सुधरता है. साथ ही उसमें ऑर्गेनिक कार्बन बढ़ता है और फसल का उत्पादन  भी बेहतर मिलता है.

Kisan India
नोएडा | Published: 3 Dec, 2025 | 01:24 PM

Sugarcane Farmers: उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित लगभग सभी राज्यों में गन्ने की कटाई शुरू हो गई है. कोई गन्ने से गुड़ बना रहा है, तो कोई गन्ने को चीनी मिलों में बेचकर अच्छी कमाई कर रहा है. पर अधिकांश किसान गन्ने से निकलने वाली पत्तियों को यूं ही फेंक देते हैं. लेकिन किसानों को मालूम होना चाहिए, जिन पत्तियों को वे कचरा समझकर फेंक रहे हैं, वह बेकार चीज नहीं है बल्कि एक बेहतरीन उर्वरक है. अगर किसान गन्ने के अवशेष का सही तरह से डिकंपोस्ट करते हैं, तो इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ जाएगी. बस इसके लिए किसानों को नीचे बताए गए तरीकों को सही तरह से अपनाना होगा.

दरअसल, गन्ना से निकलने वाले अवशेष  यानी पत्तियों को अधिकांश किसान कचरा समझते हैं. किसान इसे समस्या के रूप में देखते हैं. हालांकि, कई किसान पत्तियों को जला भी देते हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता घटती है. ऐसे में अगली फसल में ज्यादा लागत लगती है. जबकि कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर किसान इन पत्तियों को खेत में ही नष्ट करें तो यह मिट्टी के लिए मुफ्त की खाद बन जाती है. 

मिट्टी के हेल्थ में होगा तेजी से सुधार

कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक, पत्तियों को खेत में मिलाने से मिट्टी का हेल्थ  सुधरता है, जल धारण क्षमता बढ़ती है और ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा भी तेजी से बढ़ती है. हालांकि, पत्तियों को खेत में निस्तारित करना थोड़ा मुश्किल लगता है, लेकिन किसान ऑर्गेनो डी-कंपोजर की मदद से इन्हें आसानी से खाद में बदल सकते हैं. इस डी-कंपोजर को छिड़कने पर गन्ने की पत्तियां 30- 35 दिनों में पूरी तरह सड़ी-गली खाद बन जाती हैं, जिससे अगली फसल बेहतर होती है और लागत भी कम आती है.

जैविक खाद बनाने के लिए किसान करें ये काम

दरअसल, गन्ने की कटाई के बाद बची पत्तियों को खेत में ही नष्ट करना मिट्टी के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इससे मिट्टी का स्वास्थ्य सुधरता है. साथ ही उसमें ऑर्गेनिक कार्बन बढ़ता है और फसल का उत्पादन  भी बेहतर मिलता है. इसके लिए किसान पत्तियों को कतारों में जमा करें और इतना पानी चलाएं कि पत्तियां पूरी तरह डूब जाएं. इसके बाद 4 किलो प्रति एकड़ की मात्रा में ऑर्गेनो डी-कंपोजर को 2 क्विंटल सड़ी हुई गोबर खाद में मिलाकर पत्तियों के ऊपर छिड़क दें. लगभग 30- 35 दिनों में ये पत्तियां सड़कर बेहतरीन खाद बन जाएंगी. इससे गन्ने में फुटाव बढ़ता है, कल्ले मजबूत बनते हैं और खेत में खरपतवार भी कम उगते हैं.

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