सफेद बैंगन उगाने वालों की बल्ले-बल्ले, कीमत है आम बैंगन से 4 गुना ज्यादा

सफेद बैंगन की खेती में ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं होती. किसान इसे लगाने के 20-25 दिन बाद सिंचाई करें तो पर्याप्त होता है. इस फसल में कीट और रोग भी कम लगते हैं, जिससे कीटनाशकों पर खर्च घट जाता है. यानी यह एक कम लागत वाली फसल है जिसमें मुनाफा ज्यादा है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 23 Jun, 2025 | 03:13 PM

हमारे देश के किसान दिन-रात मेहनत करके खेतों में फसल उगाते हैं. कभी मौसम धोखा देता है तो कभी बाजार भाव कम होने से नुकसान होता है. लेकिन अगर आप कुछ हटकर और खास फसल अपनाएं, तो कम मेहनत में भी बेहतर कमाई संभव है. आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी सब्जी की, जो दिखने में आम बैंगन जैसी ही है, लेकिन रंग सफेद होता है और कमाई में ये बैंगन सोने पर सुहागा है.

क्या है सफेद बैंगन और क्यों है खास?

सफेद बैंगन दिखने में तो बैंगन जैसा ही होता है, लेकिन इसका रंग दूध जैसा सफेद होता है. बाजार में इसकी मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है क्योंकि यह न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसकी पौष्टिकता भी अधिक मानी जाती है. खास बात ये है कि सफेद बैंगन की कीमत सामान्य बैंगन की तुलना में तीन से चार गुना ज्यादा मिलती है.

कम मेहनत, कम खर्च और कम कीट

सफेद बैंगन की खेती में ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं होती. किसान इसे लगाने के 20-25 दिन बाद सिंचाई करें तो पर्याप्त होता है. इस फसल में कीट और रोग भी कम लगते हैं, जिससे कीटनाशकों पर खर्च घट जाता है. यानी यह एक कम लागत वाली फसल है जिसमें मुनाफा ज्यादा है.

एक एकड़ से बन सकते हैं लखपति

अगर आप सिर्फ एक एकड़ जमीन में सफेद बैंगन की खेती करते हैं, तो आसानी से 1.5 से 2 लाख रुपये तक की आमदनी हो सकती है. प्रति पौधा 2-3 किलो फल देता है और एक एकड़ में 4 से 5 हजार पौधे लगाए जा सकते हैं. बाजार में इसकी कीमत 40 से 80 रुपये किलो तक रहती है, और त्योहारों या ऑफ-सीजन में और भी ज्यादा दाम मिलते हैं.

कहां और कैसे करें इसकी खेती?

मिट्टी: दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है.

जलवायु: हल्की ठंड से लेकर गर्म मौसम तक सफेद बैंगन आसानी से उग जाता है.

बीज चयन: अच्छी किस्म जैसे ‘Pusa Safed Baingan’ या ‘Hybrid White Brinjal’ को अपनाएं.

सिंचाई: पहली सिंचाई रोपाई के 20-25 दिन बाद और फिर 10-12 दिन के अंतराल पर करें.

खरपतवार नियंत्रण: समय-समय पर निराई-गुड़ाई करते रहें.

तोड़ाई: फल जब पूरी तरह सफेद और सख्त हो जाएं, तभी तोड़ें.

बाजार की मांग और संभावनाएं

शहरों में हेल्दी खाने को लेकर लोगों की रुचि बढ़ रही है, और ऐसे में सफेद बैंगन जैसी अनोखी सब्जियों की डिमांड भी बढ़ रही है. आप इसे सीधे मंडी में, थोक खरीदारों को या रिटेल मार्केट में बेच सकते हैं.

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