एम–7 मटर की लोकप्रियता का सबसे बड़ा कारण इसका कम अवधि में तैयार हो जाना है. यह किस्म लगभग 55 से 65 दिनों में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है, जो किसानों को जल्दी आय दिलाने में मदद करती है.
कृषि मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि अक्टूबर में खत्म हुए खरीफ सीजन के दौरान देश का चावल प्रोडक्शन रिकॉर्ड 1245 लाख टन तक पहुंच गया, जो पिछले साल से 1.4 फीसदी ज्यादा है, हालांकि दालों, तिलहन और कपास के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है.
महाराष्ट्र लंबे समय से केले का “हॉटस्पॉट” माना जाता है, लेकिन अब स्थिति और मजबूत होती जा रही है. राज्य के कई जिलों में किसान तेजी से पारंपरिक फसलों से हटकर केले की ओर आ रहे हैं. ताजा अनुमानों के अनुसार 2025 में महाराष्ट्र में केले के तहत क्षेत्र पहले से कहीं अधिक बढ़ सकता है.
आलू ऐसी नकदी फसल है जो कम समय में ही किसानों को अच्छा मुनाफा दिला सकती है. अगर खेत का सही प्रबंधन किया जाए, तो एक हेक्टेयर में 25 से 30 टन तक आलू का उत्पादन हो सकता है.
Fertilizer Supply: राज्य सरकार ने किसानों के लिए बड़ा फैसला करते हुए खाद बिक्री को लेकर बड़ी पहल शुरू की है. इसके तहत किसानों को घर-घर खाद पहुंचाने का निर्णय लिया गया है. मध्य प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में यह व्यवस्था लागू की जा रही है.
किसान लहसुन बुवाई करने से पहले खेत की गहरी जुताई करें और उसमें अच्छी मात्रा में जैविक खाद मिलाकर मिट्टी को उपजाऊ बनाएं. साथ ही बुवाई हमेशा पंक्ति में ही करें. पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी करीब 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए.