हरियाणा में धान, बाजरे की खरीद में बहुत बड़ी धांधली, मार्केट कमेटी के सचिवों के खिलाफ कार्रवाई

करनाल मंडी में भी कई अलग-अलग आईपी एड्रेस से गेट पास जारी होने के मामले में 24 अक्टूबर को कई अधिकारियों को निलंबित किया गया. इनमें मंडी सुपरवाइजर हर्दीप, अश्वनी और ऑक्शन रेकॉर्डर सतबीर शामिल हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 8 Dec, 2025 | 12:06 PM

Haryana News: हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड (HSAMB) ने खरिफ 2025 की खरीद में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां पकड़ी हैं. इसके बाद HSAMB ने करनाल, कैथल, अंबाला, कुरुक्षेत्र, फतेहाबाद और यमुनानगर के 39 मार्केट कमेटी सचिवों (SMCs) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. अधिकारियों ने कहा कि सचिवों को हरियाणा सिविल सर्विसेज (सजा और अपील) नियम, 2016 की धारा 4(b) के तहत चार्जशीट किया गया है. ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि जांच में यह पाया गया कि गेट पास कई अलग-अलग आईपी एड्रेस से बनाए गए, जिससे मनमानी की आशंका जताई गई.

फूड एंड सप्लाइज विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह कार्रवाई कई एफआईआर, निलंबन और जांच रिपोर्ट  के बाद हुई है, जिनमें धान और बाजरे की खरीद में बड़े अंतर पाए गए. तारौरी (करनाल) में SMC सचिव संजीव सचदेव ने कथित तौर पर कई चावल मिलों को एक सामान्य जगह पर धान रखने की अनुमति दी. मिलर्स इसका इस्तेमाल सही तरीके से भौतिक जांच से बचने के लिए करते थे. जब अधिकारियों ने तीन मिलों की जांच की, तो 855 मीट्रिक टन धान की कमी पाई गई. करनाल के जिला कलेक्टर ने 30 अक्टूबर को SMC तारौरी और खरीद एजेंसी के एक इंस्पेक्टर के खिलाफ FIR दर्ज कराई.

अधिकारियों को निलंबित किया गया

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, करनाल मंडी में भी कई अलग-अलग आईपी एड्रेस से गेट पास जारी होने के मामले में 24 अक्टूबर को कई अधिकारियों को निलंबित किया गया. इनमें मंडी सुपरवाइजर हर्दीप, अश्वनी और ऑक्शन रेकॉर्डर सतबीर शामिल हैं. अतिरिक्त जिला कलेक्टर (ADC) करनाल ने कहा कि मंडी सचिव ने गेट पास जारी करने के लिए निजी व्यक्तियों को काम पर लगाया था. कई गेट पास मंडी  के बाहर के आईपी से जारी किए गए. इसके चलते 4 नवंबर को SMC करनाल आशा रानी के खिलाफ FIR दर्ज की गई. इसमें मंडी सुपरवाइजर पंकज तुली और ऑक्शन रेकॉर्डर यशपाल के नाम भी जोड़े गए.

7 अक्टूबर को FIR की सिफारिश की गई 

गड़बड़ियां केवल धान तक सीमित नहीं थीं. कोसली मंडियों में अधिकारियों ने 22 अक्टूबर को देखा कि 4,655 क्विंटल बाजरा स्टॉक में गायब था. इसके अलावा, अगले दिन 10,046 क्विंटल बाजरा H रजिस्टर में दर्ज नहीं किया गया. SMC कोसली नरेंद्र कुमार को 24 अक्टूबर को निलंबित किया गया और 28 अक्टूबर को FIR दर्ज की गई. कनीना में 4,935 क्विंटल बाजरे का रिकॉर्ड  मार्केट कमेटी और कमीशन एजेंट दोनों रजिस्टर में नहीं था. SMC कनीना मनोज प्रशेर को 24 अक्टूबर को निलंबित किया गया, जबकि उनके खिलाफ 7 अक्टूबर को FIR की सिफारिश की गई थी, जो अभी तक लंबित है.

53,394.50 क्विंटल बाजरे का नहीं मिला हिसाब

महेंद्रगढ़ में सतनाली सब-यार्ड में आने और जाने वाले गेट पास में बाजरे की रिकॉर्डिंग में 53,394.50 क्विंटल का बड़ा अंतर पाया गया. SMC महेंद्रगढ़ को 27 अक्टूबर को निलंबित किया गया, लेकिन उनके खिलाफ FIR की सिफारिश भी अभी लंबित है. अधिकारियों ने कहा कि यह चार्जशीट कार्रवाई का पहला चरण है और आगे जांच के साथ और जिम्मेदारियां तय की जाएंगी.

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Published: 8 Dec, 2025 | 12:05 PM

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