आज के समय में जब नौकरियों की कमी और बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बन चुकी है, ऐसे में हर कोई ऐसा बिजनेस करना चाहता है जिसमें कम खर्च में ज्यादा कमाई हो. अगर आप भी ऐसा ही कोई काम शुरू करना चाहते हैं, तो कड़कनाथ मुर्गी पालन आपके लिए शानदार विकल्प हो सकता है. यह खास नस्ल की मुर्गी है, जो कम समय में अच्छा मुनाफा देती है और बहुत कम जगह में पाली जा सकती है. आइए जानते हैं कड़कनाथ पालन से जुड़े फायदे और कमाई की पूरी जानकारी.
क्या है कड़कनाथ और क्यों है खास?
कड़कनाथ एक देसी नस्ल की काली रंग की मुर्गी है, जिसे आमतौर पर जंगली मुर्गी भी कहा जाता है. इसका मांस और अंडे दोनों ही बेहद पौष्टिक होते हैं. खास बात ये है कि यह दिल के मरीजों और डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है. यही वजह है कि इसकी मांग भारत ही नहीं, विदेशों में भी तेजी से बढ़ रही है.
- इसका मांस सामान्य मुर्गी से महंगा बिकता है.
- इसका अंडा 90 रुपये तक में बिकता है.
- यह सालभर में करीब 300 अंडे देती है.
जिस अंडे को लोग “अंडे की मशीन” कहने लगे हैं, उससे होने वाली कमाई किसी भी आम व्यवसाय से कहीं अधिक हो सकती है.
35 दिन में शुरू हो जाती है कमाई
कड़कनाथ मुर्गी पालन की सबसे बड़ी खासियत है कि यह बहुत जल्दी प्रोडक्शन देना शुरू कर देती है. जहां आम मुर्गी पालन में महीनों तक इंतजार करना पड़ता है, वहीं कड़कनाथ केवल 35 दिनों में अंडे देना शुरू कर देती है.
इसके अलावा इसका ग्रोथ रेट भी तेज होता है और अच्छी देखरेख में इसकी संख्या तेजी से बढ़ाई जा सकती है.
- जल्दी मुनाफा
- कम खर्च में पालन
- तेजी से बढ़ने वाली नस्ल
यह बिजनेस उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जिन्हें जल्दी कमाई की जरूरत है.
कम लागत, ज्यादा कमाई: जानिए आसान गणित
- अगर हम साधारण मुर्गी और कड़कनाथ की तुलना करें, तो फर्क साफ नजर आता है.
- एक आम मुर्गी 300 अंडे देती है, जिसकी कीमत = 300 × 6 रुपये = 1,800 रुपये
- वहीं, कड़कनाथ की कीमत = 300 × 90 रुपये = 27,000 रुपये
यानी सिर्फ एक मुर्गी से सालभर में 27,000 रुपये तक की कमाई हो सकती है. अगर आप 50-100 मुर्गियों से शुरुआत करते हैं, तो लाखों रुपए की कमाई संभव है. इतना ही नहीं, इसके चूजे भी अच्छे दाम पर बिकते हैं, जिससे शुरुआती लागत भी जल्दी निकल जाती है.
सरकारी मदद और ट्रेनिंग से और भी आसान
मध्य प्रदेश को कड़कनाथ नस्ल का घर माना जाता है. यहां की सरकार इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए कई सुविधाएं देती है.
- प्रशिक्षण शिविर
- लोन की सुविधा
- तकनीकी जानकारी
सरकार की इन मददों का फायदा उठाकर कोई भी किसान या बेरोजगार युवा इस बिज़नेस को सफल बना सकता है.