ग्राम पंचायतों की भूमिका को विस्तार देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार विचार कर सकती है. इसके लिए 3 दिन का मंथन कार्यशाला आयोजित की जा रही है, जिसमें 2000 ग्राम पंचायत प्रमुख, सरकारी अधिकारी समेत बुद्धजीवी हिस्सा लेंगे. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि पंचायतों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के लिए तीन दिन मंथन कार्यक्रम होगा. इस दौरान अच्छा प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को सम्मानित किया जाएगा जल संरक्षण की दिशा में अहम कदम के रूप में वॉटरशेड महोत्सव का शुभारंभ होगा.
मध्य प्रदेश सरकार की ओर से कहा गया है कि प्रदेश की पंचायतों को आत्मनिर्भर व समृद्ध बनाने के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के जरिए तीन दिन तक मंथन किया जाएगा. इसमें राज्य स्तरीय कार्यशाला होगी, जिसमें ग्राम पंचायतों की भूमिका विस्तार, बजट, योजनाओं के क्रियान्वयन, कर्मचारी नियुक्तियों समेत कई अहम बिंदुओं पर विचार होगा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कंन्वेंशन सेंटर भोपाल में राज्य स्तरीय कार्यशाला और वाटरशेड महोत्सव का शुभारंभ करेंगे.
राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पहुंचेंगे जनप्रतिनिधि
संचालक सह आयुक्त पंचायत राज छोटे सिंह ने कहा कि भोपाल में 24, 25 एवं 26 नवंबर को तीन दिवसीय “आत्मनिर्भर पंचायत समृद्ध मध्यप्रदेश’’ पर केन्द्रित कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य पंचायतों को आत्मनिर्भर के साथ समृद्ध बनाना है. कार्यशाला में त्रि-स्तरीय पंचायत से जुड़े जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है. तीन दिन तक चलने वाली राज्य स्तरीय कार्यशाला में 2000 से अधिक लोग शामिल होंगे. इसमें जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य कार्यापालन अधिकारी, जिला पचांयत, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायत के सरपंच एवं अन्य राज्य स्तरीय पदाधिकारी शामिल होंगे.
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इन बिंदुओं और योजनाओं पर होगा मंथन
तीन दिनों तक चलने वाली कार्यशाला में पंचायतों के लिए “स्वनिधि से समृद्धि’’ अभियान की अवधारणा, शहरीकरण के साथ सामंजस्य, वाटरशेड परियोजना का क्रियान्वयन एवं शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, स्वच्छ ग्राम, विभिन्न शासकीय योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री जनमन योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, पीएम पोषण एवं पेसा ग्राम सभाओं की वर्तमान स्थिति एवं सफल क्रियान्वयन सहित प्रशासनिक रूप से सक्षम पंचायत समेत अन्य बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की जायेगी.
खेत तालाब समेत अन्य योजनाओं के लिए सम्मान मिलेगा
राज्य स्तरीय कार्यशाला में जल गंगा संवर्धन अभियान में उत्कृष्ट कार्य वाले जिलों के साथ ही जिला एवं जनपद स्तर पर अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा। जल गंगा संवर्धन अभियान में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले जिलों में खंडवा प्रथम, रायसेन द्वितीय एवं बालाघाट तीसरे नंबर रहा. खेत तालाब निर्माण में श्रेष्ठ कार्य वाले प्रथम जिले को दो श्रेणियों ‘ए’ और ‘बी’ में पुरस्कृत किया जाएगा। ‘ए’ श्रेणी में अनूपपुर जिला एवं ‘बी’ श्रेणी में बालाघाट जिला शामिल है. इसी तरह से जल गंगा संवर्धन अभियान में खेत तालाब निर्माण में विकासखंड स्तर पर श्रेष्ठ कार्य करने वाली जनपद पंचायतों को ‘ए’ और ‘बी’ श्रेणी में पुरस्कृत किया जाएगा. ‘ए’ श्रेणी में बालाघाट जिले की बिरसा जनपद एवं ‘बी’ श्रेणी में अनूपपुर जिले की पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत शामिल है.