बरसात का मौसम फसलों और किसानों दोनों के लिए ही बेहद ही संवेदनशील होता है. एक ओर जहां बारिश से किसान खुश होते हैं कि उनकी फसलों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर जरूरत से ज्यादा बारिश हो जाने से किसानों के सामने बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो जाता है. ऐसे में जरूरी है कि किसान समय पर अपनी फसलों की कटाई कर लें. लेकन बरसात के दिनों में फसल कटाई करना भी काफी चुनौतीपूर्ण होता है. इसलिए किसानों के लिए जरूरी है कि अगर वे बारिश के दिनों में फसल कटाई कर रहे हैं तो इसकी शुरुआत करने से पहले कुछ जरूरी बातों का खास खयाल रखें.
कटाई के समय मौसम पर रखें नजर
मॉनसून सीजन में मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव होता रहता है. ऐसे में अगर किसान फसल कटाई करने की सोच रहे हैं तो जरूरी है कि वे मौसम पर बराबर नजर बना कर रखें. अगर मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले 3 से 4 दिनों में बारिश नहीं होगी तभी फसलों की कटाई शुरू करें. बता दें कि, अगर किसान बिना मौसम के पूर्वानुमान के फसल कटाई की शुरुआत करते हैं तो बारिश होने की स्थिति में खेत में काट कर रखी गई फसल भीग कर सड़ सकती है. साथ ही फसल में फफूंद भी लग सकती है. इसके अलावा भीगने के कारण फसल में नमी बनने लगती है जिसके कारम कीटों के लगने का खतरा बढ़ जाता है और किसानों को बाजार में अपने उत्पादन का अच्छा दाम नहीं मिल पाता है.
कटाई के बाद फसल को अच्छे से सुखाएं
राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (National Cooperative Development Corporation) द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार, एक बार किसान फसल की कटाई कर लें तो उसे स्टोर करने से पहले फसल को अच्छे से सुखाना बहुत जरूरी है, ताकि फसल में नमी की मात्रा कम हो जाए. क्योंकि अगर कटी हुई फसल में नमी की मात्रा होगी तो फसल में कीटों की संक्रमण होगा जो कि सीधे तौर पर उत्पादन की क्वालिटी पर असर डालेगा. बता दें कि, फसल को सुखाने से नमी कम हो जाती है और फसल सड़ने से बच जाती है. इसके अलावा, अगर फसल को कटाई के बाद सही ढंग से सुखाया जाए तो पोषक तत्वों की सुरक्षा होती है और फसल की क्वालिटी भी बनी रहती है.
🌧️🌾 Don’t let the rains wash away your harvest!
Monsoon season brings abundance, but also risk. To protect produce and profits, farmer cooperatives must keep these important post-harvest best practices in mind.
NCEL is working closely with cooperatives to build resilient… pic.twitter.com/r2yz06ZvLk
— National Co-operative Exports Limited (NCEL) (@ncel_coop) September 3, 2025
हवादार जगह पर करें स्टोर
फसल कटाई और उन्हें अच्छे से सुखाने के बाद बात आती है फसलों के भंडारण की, तो किसानों को सलाह दी जाती है कि वे फसलों को ठंडी, सूखी, साफ और हवादार जगह पर स्टोर करें. स्टोर करने वाली जगह यो गोदाम को अच्छे से साफ कर लें ताकि उसमें हवा का संचार होता रहा. साथी ही फसलों को स्टोर करने के बाद जरूरी है कि किसान गोदाम की नियमित रूप से जांच करें ताकि समय रहते कीटों के संक्रमण का पता चल सके और फसल को बचाने के उपाय किए जा सकें.