UP के 12 जिलों को मिलेगा PM धन-धान्य योजना का लाभ, अब बढ़ेगी पैदावार और किसानों की कमाई

सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि रबी फसलों के लिए किसानों को यूरिया, डीएपी  और अन्य खाद की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. सभी जरूरी उर्वरक समय पर उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में 457 नई प्राथमिक कृषि साख समितियां (PACS) बनाई गई हैं.

Kisan India
नोएडा | Published: 11 Oct, 2025 | 11:30 PM

Pradhan Mantri Dhan Dhanya Krishi Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली से 42,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कृषि योजनाओं का शुभारंभ किया, जिनमें पीएम धन-धान्य कृषि योजना, दलहन आत्मनिर्भरता मिशन और राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन शामिल हैं. इस कार्यक्रम में यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही लखनऊ से वर्चुअली जुड़े. वहीं, प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के किसानों की सराहना की. इस मौके पर सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत उत्तर प्रदेश के 12 जिलों को चुना गया है, जिसमें महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, जालौन, झांसी, ललितपुर, उन्नाव, प्रयागराज, प्रतापगढ़, श्रावस्ती और सोनभद्र शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य खेती की पैदावार बढ़ाना, आधुनिक और टिकाऊ खेती को बढ़ावा देना है. साथ ही गांव और ब्लॉक स्तर पर भंडारण व्यवस्था सुधारना, सिंचाई सुविधाएं मजबूत करना और छोटे व मध्यम किसानों को आसानी से लोन उपलब्ध कराना भी है.

सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के तहत राज्य के 75 जिलों और 318 ब्लॉकों में 1886 क्लस्टर के जरिए जैविक खेती  को बढ़ावा दिया जा रहा है. अब तक 2.35 लाख किसान, 3772 कृषि सखी/सीआरपी और 75 बायो रिसोर्स इनपुट सेंटर इस अभियान से जुड़ चुके हैं. 150 करोड़ रुपये से अधिक की राशि इस मिशन के लिए तय की गई है, जिसके तहत किसानों को प्रशिक्षण, जागरूकता अभियान, प्राकृतिक खेती किट और प्रमाणन जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं.

इन दालों की खेती को मिलेगा बढ़ावा

उन्होंने कहा कि दलहन आत्मनिर्भरता मिशन के जरिए अरहर, उड़द, मसूर, चना, मटर और मूंग जैसी 6 प्रमुख दालों की पैदावार  बढ़ाने के लिए क्लस्टर आधारित योजना बनाई गई है. इसके तहत अरहर के लिए 40, उड़द के लिए 33, मसूर के लिए 27, चना के लिए 25, मटर के लिए 26 और मूंग के लिए 21 जिलों का चयन हुआ है. योजना की पूरी गाइडलाइन मिलते ही इसका विस्तार शुरू किया जाएगा.

457 नई प्राथमिक कृषि साख समितियां बनाई गईं

वहीं, प्रदेश के सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि रबी फसलों के लिए किसानों को यूरिया, डीएपी  और अन्य खाद की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. सभी जरूरी उर्वरक समय पर उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में 457 नई प्राथमिक कृषि साख समितियां (PACS) बनाई गई हैं. इसके अलावा 1,864 डेयरी सहकारी समितियां काम कर रही हैं, जिनमें 1,751 नई बनाई गई हैं और 113 को और बेहतर किया गया है. इसके साथ ही 58 नई मछली पालन से जुड़ी सहकारी समितियां, 22 कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) और 1,242 प्रधानमंत्री किसान सेवा केंद्र (PMKSK) भी शुरू किए गए हैं.

17 योजनाओं को उत्तर प्रदेश पूरी तरह लागू करेगा

इस मौके पर सूर्य प्रताप शाही ने लखनऊ के 15 किसानों को सम्मानित किया और जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रमाणपत्र भी दिए. उन्होंने बताया कि पीएम किसान योजना, फसल बीमा योजना, प्राकृतिक खेती मिशन और वन ड्रॉप मोर क्रॉप सहित कुल 17 योजनाओं को उत्तर प्रदेश पूरी तरह लागू करेगा. उन्होंने कहा कि 2047 तक प्रदेश को दाल और तेल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की रणनीति तैयार की जा चुकी है.

 

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Published: 11 Oct, 2025 | 11:30 PM

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