यूपी में 1 अक्टूबर से शुरू होगी मोटे अनाज की खरीद, जानिए किन फसलों पर मिलेगा कितना MSP?

1 अक्टूबर 2025 से 31 दिसंबर 2025 तक राज्य में इन फसलों की सरकारी खरीद की जाएगी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों का पंजीकरण पहले ही शुरू हो चुका है. MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) में इस बार की गई रिकॉर्ड बढ़ोतरी किसानों के लिए खास राहत लेकर आई है.

नई दिल्ली | Updated On: 18 Sep, 2025 | 05:24 PM

MSP Hike 2025: उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए अच्छी खबर है. बढ़ती लागत और मौसम की चुनौतियों के बीच सरकार ने मोटे अनाज यानी श्रीअन्न (मक्का, बाजरा और ज्वार) की खेती को बढ़ावा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है. 1 अक्टूबर 2025 से 31 दिसंबर 2025 तक राज्य में इन फसलों की सरकारी खरीद की जाएगी. इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों का पंजीकरण पहले ही शुरू हो चुका है. MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) में इस बार की गई रिकॉर्ड बढ़ोतरी किसानों के लिए खास राहत लेकर आई है.

MSP में बड़ी बढ़ोतरी, किसानों की आमदनी बढ़ेगी

सरकार ने मोटे अनाजों के लिए समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों को बेहतर दाम सुनिश्चित करने की कोशिश की है.

मक्का का MSP 2400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया.

बाजरा का MSP 2775 रुपये प्रति क्विंटल किया गया.

ज्वार (हाइब्रिड) 3699 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित.

ज्वार (मालवांडी) 3749 रुपये प्रति क्विंटल तय.

यह पिछले सीजन की तुलना में उल्लेखनीय बढ़ोतरी है, जिससे किसान अपनी मेहनत का उचित मूल्य पा सकेंगे.

आसान पंजीकरण, डिजिटल प्रक्रिया

सरकार ने खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और सरल बनाने के लिए पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है. किसान fcs.up.gov.in वेबसाइट या UP Kisan Mitra मोबाइल ऐप पर पंजीकरण/नवीनीकरण कर सकते हैं. केवल पंजीकृत किसानों से ही खरीद की जाएगी. किसी भी सहायता के लिए किसान टोल-फ्री नंबर 18001800150 पर संपर्क कर सकते हैं या अपने जिले के खाद्य विपणन अधिकारी और क्षेत्रीय विपणन अधिकारी से मदद ले सकते हैं.

खरीद प्रक्रिया और भुगतान व्यवस्था

खरीद केंद्रों पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक अनाज की खरीद होगी. हर किसान का बायोमेट्रिक सत्यापन ई-पॉप डिवाइस के जरिए किया जाएगा, जिससे बिचौलियों की भूमिका खत्म होगी. भुगतान सीधे आधार-लिंक्ड बैंक खातों में किया जाएगा, ताकि किसानों को तुरंत उनका हक मिल सके.

किन जिलों में होगी खरीद?

सरकार ने अलग-अलग फसलों के लिए जिलों का निर्धारण भी कर दिया है.

  • मक्का की खरीद बदायूं, बुलंदशहर, हरदोई, उन्नाव, आगरा, अलीगढ़, इटावा, बहराइच, गोंडा, जौनपुर, मीरजापुर, ललितपुर सहित 20 से अधिक जिलों में होगी.
  • बाजरा की खरीद बदायूं, मथुरा, कासगंज, फतेहपुर, प्रयागराज, बलिया, हरदोई समेत 30 से ज्यादा जिलों में होगी.
  • ज्वार की खरीद बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, कानपुर देहात, मीरजापुर जैसे बुंदेलखंड के जिलों में की जाएगी.

सरकार का लक्ष्य

डबल इंजन सरकार का उद्देश्य मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है. MSP में वृद्धि से न केवल किसानों को उचित दाम मिलेगा बल्कि उपभोक्ताओं को भी पौष्टिक और सस्ती अनाज की उपलब्धता बढ़ेगी.

Published: 18 Sep, 2025 | 05:20 PM

निम्नलिखित फसलों में से किस फसल की खेती के लिए सबसे कम पानी की आवश्यकता होती है?

Poll Results

गन्ना
0%
धान (चावल)
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बाजरा (मिलेट्स)
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केला
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