किसानों की शिकायत के लिए सरकार बनाएगी पोर्टल, जल्दी मिलेगा समस्या का समाधान
सभी अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'स्वदेशी अपनाओ' अभियान को समर्थन देते हुए संकल्प लिया कि वे स्वदेशी चीजों का ही इस्तेमाल करेंगे. कृषि मंत्री ने कहा कि हमें देशी संसाधनों और तकनीक को अपनाकर आत्मनिर्भर बनना होगा.
किसानों की शिकायत के लिए बनाया जाएगा एक पोर्टल (Photo Credit- Canva)
खेती से जुड़ी किसी भी तरह की शिकायत के लिए अब किसानों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा बल्कि किसान एक ही जगह पर अपनी सारी शिकायते कर सकेंगे. राजधानी दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में कृषि मंत्री ने किसानों की शिकायतों और समस्याओं को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की और गहरी चिंता भी जताई. कृषि मंत्री ने घोषणा की किसानों की सहूलियत के लिए एक पोर्टल तैयार किया जाएगा जहां वे अपने सारी शिकायतें दर्ज कर सकेंगे. इस पोर्टल की खासियत ये होगा कि इसकी मदद से किसानों को उनकी शिकायत की समाधान मिल जाएगा.
किसानों की खुशी सरकार की जिम्मेदारी
किसानों की समस्याओं को लेकर चल रही चर्चा के बीच कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ शब्दों में कहा कि किसानों की खुशी और उनकी संतुष्टि सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है. बैठक में किसानों की ओर से लगातार मिल रही शिकायतों पर उन्होेंन गहरी चिंता जताई. इस दौरान उन्होंने ये ऐलान किया अब किसानों की शिकायतों के लिए सरकार की तरफ से एक ही पोर्ट्ल बनाया जाएगा, ताकि उन्हें अपनी शिकायतों का जल्दी और सही समाधान मिल सके.
नकली खाद बिक्री पर सख्त कृषि मंत्री
देश के कई राज्यों में लगातार नकली खाद-उर्वरक की बिक्री और खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए राज्य सरकारों की तरफ से सख्त एक्शन लिया जा रहा है. कृषि मंत्री ने बताया कि देश के किसानों को लगातार नकली या खराब खाद-बीज और कीटनाशक मिल रहे हैं. उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताते हुए साफ शब्दों में कहा कि ऐसी चीजों की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाई जाए. उन्होंने कहा कि किसानों को धोखाधड़ी से बचाना हमारी प्राथमिकता है, इसलिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य सरकारों के साथ मिलकर सख्त कार्रवाई करें.
अवैध बायोस्टिमुलेंट की बिक्री पर रोक
नकली खाद-उर्वरक की बिक्री पर नाराजगी के बाद कृषि मंत्री ने अवैध जैव-उत्तेजक यानी बायोस्टिमुलेंट की बिक्री को लेकर भी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि केवल 685 अधिसूचित बायोस्टिमुलेंट ही बेचे जाएं और किसानों को इसके बारे में सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से जागरूक किया जाए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और फसल बीमा योजना से जुड़ी शिकायतों पर भी ध्यान दिया जाए.
स्वदेशी अपनाकर बनना होगा आत्मनिर्भर
बैठक में सभी अधिकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वदेशी अपनाओ’ अभियान को समर्थन देते हुए संकल्प लिया कि वे स्वदेशी चीजों का ही इस्तेमाल करेंगे. कृषि मंत्री ने कहा कि हमें देशी संसाधनों और तकनीक को अपनाकर आत्मनिर्भर बनना होगा. कृषि मंत्री के इस कदम से ये साफ है कि सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले रही है.