कीटनाशकों का छिड़काव करते समय बरतें ये सावधानियां, यूपी कृषि विभाग ने जारी की एडवाइजरी

फसलों पर केमिकल कीटनाशकों का छिड़काव करते समय इस बात का खास खयाल रखें कि दवा की छींटें आसपास के जीव-जंतु या फसलों पर न पड़ें. ऐसा होने की स्थिति में फसलों पर इसका बुरा असर पड़ सकता है.

नोएडा | Published: 27 Aug, 2025 | 06:35 PM

बरसात के दिनों में फसलों में कीटों और रोगों का संक्रमण हो जाना आम बात है. ऐसे में किसान बाजार में उपलब्ध कई तरह के केमिकल कीटनाशकों को खरीदकर, फसलों पर उनका छिड़काव करते हैं. इन कीटनाशकों के इस्तेमाल से कीटों पर नियंत्रण पाने के साथ उत्पादन में भी बढ़ोतरी होती है. लेकिन कीटनाशकों का छिड़काव करते समय बेहद जरूरी है कि किसान कुछ सावधानियां जरूर बरतें. क्योंकि कई बार सही से कीटनाशक का इस्तेमाल न होने पर न केवल फसल को नुकसान पहुंचता है बल्कि किसानों और पर्यावरण को भी नुकसान होता है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है जिसमें दिए निर्देशों का पालन कर किसान खुद को और पर्यावरण को कीटनाशकों से होने वाले नुकसान से बचा सकेंगे.

मास्क पहन कर करें छिड़काव

किसानों के लिए बेहद जरूरी है कि वे जब भी फसल पर कीटनाशकों का छिड़काव करें तो मास्क और ग्लव्स जरूर पहनें. ताकि कीटनाशकों में इस्तेमाल किए गए केमिकल्स नाक, कान, आंख और मुंह में न जाने पाए. इसके अलावा शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें ताकि दवा शरीर पर न लगे. किसानों को ये भी सलाह दी जाती है कि मशीन में कीटनाशक घोल को डालने से पहले घोल को अच्छे से मिला लें और मशीन में भरते समय बहुत सावधानी बरतें.

दवा को खाने के सामान से दूर रखें

उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, कीटनाशकों के छिड़काव के समय किसान ये जरूर सुनिश्चित कर लें कि कीटनाशक के आसपास या छिड़काव वाली जगह के आसपसा कोई भी खाने की चीज न रखी हो. ताकि खाने की चीज में हानिकारक केमिक्लस न पहुंच पाएं. इसके साथ ही किसानों को ये भी सलाह दी जाती है कि वे हमेशा के विपरीत दिशा में ही खड़े होकर छिड़काव करें,ताकि किसान दवा के सीधे संपर्क मे न आएं.

दुर्घटना की स्थिति में डॉक्टर से सलाह लें

फसलों पर केमिकल कीटनाशकों का छिड़काव करते समय इस बात का खास खयाल रखें कि दवा की छींटें आसपास के जीव-जंतु या फसलों पर न पड़ें. ऐसा होने की स्थिति में फसलों पर इसका बुरा असर पड़ सकता है और जीव-जंतुओं के लिए ये केमिकल घातक साबित हो सकता है. इसके अलावा कीटनाशकों का छिड़काव करते समय अगर धोखे से या किसी कारण से कोई दुर्घटना हो जाती है तो बिना समय गंवाएं, किसान तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर के पास जाकर उनकी सलाह लें. ताकि समय रहते सही इलाज हो सके.

Published: 27 Aug, 2025 | 06:35 PM