kitchen Garden: नवंबर महीने के आगम के साथ ही सर्दी की दस्तक हो गई है. आने वाले दिनों में ठंड का प्रकोर बहुत तेजी से बढ़ेगा. इसके साथ ही कोहरे और धुंध की चादर आसमान में छा जाएगी. ऐसे में कई दिनों तक धूप जमीन पर नहीं पहुंचती है. इससे इंसान के साथ-साथ मवेशियों को भी परेशानी होती है. लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान बागवानी फसलों को होता है. खासकर बालकनी में लगाए गए तुलसी के पौधे धूप के अभाव, सर्दी और कोहरे के चलते सूखने लगते हैं. सबसे ज्यादा ये समस्या शहरों में देखने को मिलती है. लेकिन अब टेरिस फार्मिंग करने वालों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल करने पर तुलसी के पौधे पूरे साल हरेभरे रहेंगे. यानी आपकी बालकनी में हरियाली छाई रहेगी.
दरअसल, तुलसी का पौधा न सिर्फ धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसकी पत्तियों का इस्तेमाल औषधीय दवा के रूप में भी किया जाता है. लेकिन सर्दियों में तुलसी का पौधा सूखने लगता है. अगर आप चाहते हैं कि आपका तुलसी का पौधा हमेशा हरा-भरा और स्वस्थ रहे, तो इन 3 असरदार तरीकों को आजमा सकते हैं. ये नूस्खें पौधे को घना और तंदुरुस्त रख सकते हैं.
गमले को धूप वाली जगह पर रखें
एक्सपर्ट के मुताबिक, कई बार धूप के अभाव में तुलसी के पौधे सूख जाते हैं. ऐसे में सर्दियों में तुलसी को सूखने से बचाने के लिए तुलसी के गमले को धूप वाली जगह पर रखें. क्योंकि सूरज की रोशनी से पौधा गर्म रहता है और प्रकाश संश्लेषण के लिए जरूरी ऊर्जा मिलती है, जिससे पत्तियां हरी और स्वस्थ रहती हैं. इसके अलावा सर्दी के मौसम में मिट्टी की देखभाल भी जरूरी है. तुलसी की जड़ों को सांस लेने के लिए मिट्टी की ऊपरी परत को समय-समय पर धीरे से ढीला करें, ताकि जड़ों को हवा और धूप मिले और पौधा मजबूत बने.
पौधों को हराभरा रखने के लिए करें ये काम
इसके साथ ही फूलों और कलियों की छंटाई करना जरूरी है. जब कलियां बनने लगती हैं, तो पौधे की ऊर्जा बीज बनाने में चली जाती है और पत्तियों का विकास रुक जाता है. कलियों को हटाने से पौधा हरा-भरा और घना रहता है. सर्दी और उमस के कारण तुलसी के पत्तों पर अक्सर काले धब्बे और छोटे कीड़े लग जाते हैं. बागवानी विशेषज्ञों के अनुसार, 15 से 20 तुलसी की पत्तियां लें और उन्हें 250 मिलीलीटर पानी में तब तक उबालें जब तक पानी का रंग बदल न जाए. इसे छानकर पौधे पर छिड़कने से कीट और रोग कम होते हैं.