बारिश में बह जाता है मिट्टी का पोषण, उपज घटने से बचाने के लिए अभी करें इतजाम

मॉनसून की एंट्री से पहले ही अपने खेतों में नाली बना लें ताकि पानी खेतों से तुरंत निकलता रहे और जमा न हो. चाहें को खेत में ऊंची मेड़ लगा दें. तेज बारिश में उन फसलों का विशेष रूप से खयाल रखें जिनमें ज्यादा पानी की क्षमता कम होती है.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 26 Jun, 2025 | 09:05 PM

पानी फसलों के लिए जितना फायदेमंद उतना ही खतरनाक भी हो सकता है, अगर फसलों में जरूरत से ज्यादा पानी पहुंच जाए. ऐसी बहुत सी फसलें है जिनकी खेती मॉनसून सीजन में की जाती है लेकिन मॉनसून में ही इन फसलों को कई तरह के नुकसान भी पहुंचते हैं. जैसे कीटों का लग जाना, जरूरत से ज्यादा पानी होने पर मिट्टी में मौजूद पोषण का धूल जाना. ऐसे समय में किसानों के लिए बेहद जरूरी है कि वे इस सीजन में भी अपनी फसलों की अच्छे से देखभाल करें.

खेतों में न होने दें जलभराव

मॉनसून की एंट्री से पहले ही अपने खेतों में नाली बना लें ताकि पानी खेतों से तुरंत निकलता रहे और जमा न हो. चाहें को खेत में ऊंची मेड़ लगा दें. तेज बारिश में उन फसलों का विशेष रूप से खयाल रखें जिनमें ज्यादा पानी की क्षमता कम होती है. इन फसलों में मूंगफली और उड़द जैसी फसलों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए.

फसलों को गिरने से बचाएं

अगर खेत में लंबाई वाली फसलों को लगाया गया है तो उन फसलों को बांस या डंडे की मदद से सपोर्ट दें ताकि तेज हवा में फसल टूट कर गिर न जाए. किसान चाहें तो फसल को जोड़कर भी बांध सकते हैं ताकि फसल तेज हवा और बारिश में करें. मक्का, ज्वार , अरहर जैसी फसलों में इस बात का खास खयाल रखा जाता है.

कीटों से करें बचाव

बारिश में नमी के कारण खेतों में फफूंदी, झुलसा, कीट आदि का आक्रमण बढ़ जाता है. ऐसे में किसानों के लिए बेहद जरूर होता है कि वे समय रहते अपनी फसलों को कीटों से बचाने के उपाय कर लें. फसलों पर जरूरत के अनुसार नीम तेल, ट्राइकोडर्मा या जैविक कीटनाशकों का छिड़काव करें.

सही खाद का इस्तेमाल

फसलों के बेहतर विकास के लिए बेहद जरूरी है कि उन्हें सही खाद और पोषण दिया जाए. लेकिन कई बार जरूरत से ज्यादा पानी के कारण या तेज बारिश के बहाव में मिट्टी में मौजूद नाइट्रोजन और पोटाश जैसे जरूरी पोषक तत्व बह जाते हैं. इन पोषक तत्वों के बचाव के लिए यूरिया का 2 फीसदी घोल स्प्रे के रूप में पत्तियों पर छिड़कें.

सही तरीके से फसलों को करें स्टोर

नमी के कारण फसलों के जल्दी खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए फसल कटाई के बाद जरूरी है कि उसे स्टोर करने का सही इंतजाम किया जाए. बारिश से अनाज और भूसा खराब न हो, इसके लिए तिरपाल या पॉलीथीन शीट तैयार रखें.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 26 Jun, 2025 | 09:05 PM

किस देश को दूध और शहद की धरती (land of milk and honey) कहा जाता है?

Poll Results

भारत
0%
इजराइल
0%
डेनमार्क
0%
हॉलैंड
0%