राज्य सरकारें लगातार इस कोशिश में रहती हैं कि उनके प्रदेश के कृषि क्षेत्र का वित्सार और किसानों का विकास होता रहे. जिसके लिए वे लगातार कई तरह की योजनाएं चलाती हैं. इन योजनाओं के तहत कभी किसानों को वित्तीय सहायता दी जाती है तो कभी खाद, बीज. उर्वरक आदि मुफ्त में डदिए जाते हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में तिलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए किसानों को मुफ्त में बीज का मिनीकिट दिया जा रहा है. ये मिनीकिट तोरिया यानी लाही का है. जिसे सरसों भी कहते हैं. सरकार की इस पहल से किसानों के बीच तिलहनी खेती के लिए उत्साह बढ़ेगा और तिलहन उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी.
पीओएस (POS) मशीन से होगा वितरण
तिलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने तिलहन बीज मिनीकिट वितरण योजना की शुरुआत की है. जिसके तहत किसानों को तोरिया के बीज की मिनीकिट बिल्कुल मुफ्त दी जा रही है. ये योजना 2 अगस्त से शुरू हो चुकी है और इसके लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 15 अगस्त 2025 है. बता दें कि, प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किसानों से अपील भी की है किसान ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस योजना के लिए आवेदन कर लाभ उठाएं.इस मिनिकिट में तोरिया के 2 किलोग्राम बीज का पैकेट होता है.
योजना के लिए ऑनलाइन करें आवेदन
सबसे पहले आपको बता दें कि इस योजना के लिए वहीं किसान आवेदन कर सकेंगे जो कृषि विभाग के पोर्टल पर पहले से पंजीकृत हैं.इस योजना के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
- ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर agridarshan.up.gov.in पर जाना होगा.
- होम पेज पर ‘बीज मिनीकिट’ का ऑप्शन आएगा, उस पर क्लिक करें.
- अगली स्क्रीन पर ‘अभी अप्लाई करें’ ऑप्शन पर क्लिक करें.
- इसके बाद अगले पेज पर आपसे रजिस्ट्रेशन नंबर यानी पंजीकरण संख्या मांगेंगे, उसे भर दें.
- अगर आप पंजीकृत नहीं है तो आपके पास पंजीकरण का भी ऑप्शन है.
- पंजीकरण संख्या भरने के बाद मांगी गई सारी जानकारी सही-सही भर के फॉर्म को सबमिट कर दें.
- आवेदन करने की अंतिन तारीख 15 अगस्त 2025 है.
लॉटरी से होगा किसानों का चुनाव
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, योजना के तहत लाभ पाने वाले किसानों का चुनाव लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा. किसानों के बीच योजना को लेकर पारदर्शिता बनी रहे इसलिए लॉटरी की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. जिससे किसानों के चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी या धांधली न हो. किसानों के लिए तो तिलहानी फसलों का उत्पादन फायदे का सौदी है ही. उपभोक्ताओं के लिए भी तिलहनी फसलों में मौजूद पोषक तत्व सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. इनके सेवन से दिल की बीमारी और कैंसर जैसे गंभीर रोगों का खतरा कम होता है.