रबी सीजन में किसानों को नहीं होगी खाद की कमी, सरकार ने सप्लाई मजबूत करने के बड़े निर्देश दिए

रबी सीजन में किसानों को समय पर और सही कीमत पर उर्वरक मिले, इसके लिए सरकार ने सप्लाई, भंडारण और निगरानी को लेकर सख्त कदम उठाए हैं. कालाबाजारी रोकने के लिए उड़नदस्ता टीम बनाई जा रही है और अधिकारियों को दफ्तर छोड़कर फील्ड में जाकर हालात देखने के निर्देश दिए गए हैं. सभी जिलों में खाद की पर्याप्त उपलब्धता है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 28 Nov, 2025 | 11:30 PM

Fertilizer Supply : सर्दियों के साथ रबी की फसलें भी खेतों में बढ़ रही हैं. इस समय किसानों को सबसे ज्यादा जरूरत होती हैसमय पर और सही कीमत पर मिलने वाली उर्वरक की. कई बार खाद की कमी, कालाबाजारी और अधिक कीमत वसूलने जैसी समस्याएं किसानों को परेशान करती हैं. इसी को रोकने के लिए राज्य में आज एक अहम बैठक हुई, जिसमें खाद की सप्लाई, भंडारण और सुरक्षा को लेकर बड़े फैसले लिए गए.

रबी सीजन में किसानों को खाद की कमी नहीं होगी

उच्चस्तरीय बैठक में पहली प्राथमिकता यही रही कि राज्य का कोई भी किसान उर्वरक की कमी का सामना न करे. रबी मौसम  में जितनी खाद की जरूरत होती है, उसकी विस्तृत समीक्षा की गई. राज्य के लिए यूरिया से लेकर डीएपी, एनपीके, एमओपी और एसएसपी तक सभी उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा पहले ही सुनिश्चित कर दी गई है. फिलहाल किसी जिले में कमी नहीं है और स्टॉक भी तय मात्रा के अनुसार उपलब्ध है. समय पर ट्रकों की सप्लाई, गोदामों की निगरानी और दुकानों में पर्याप्त भंडारइन सभी पर लगातार नजर रखने का फैसला लिया गया है, ताकि किसान बिना परेशानी खाद खरीद सकें.

कालाबाजारी रोकने के लिए उड़नदस्ता टीम भेजी जाएगी

खाद की कालाबाजारी किसानों  की सबसे बड़ी मुश्किलों में से एक है. इससे बचने के लिए मुख्यालय स्तर से एक खास उड़नदस्ता टीम बनाने का निर्देश दिया गया है. यह टीम बिना बताए दुकानों, गोदामों और बाजार में छापामारी करेगी. जो भी दुकानें अधिक दाम वसूलेंगी, स्टॉक छुपाएंगी या अनियमितता करेंगी, उन पर तुरंत कार्रवाई होगी. पिछले दिनों हुई कार्रवाई इसका उदाहरण है कि अब तक कई दुकानों के लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं और कई के खिलाफ केस भी दर्ज हुए हैं. इससे बाजार में पारदर्शिता बढ़ रही है और अवैध स्टॉक खत्म हो रहा है.

अधिकारी अब दफ्तर में नहीं, सीधे फील्ड में दिखाई देंगे

किसानों की समस्या वहीं समझ आती है, जहां वे होती है-खेत में. इस बात को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे सिर्फ दफ्तर में बैठकर रिपोर्ट न बनाएं, बल्कि गांवों और खेतों में जाकर स्थिति देखें. अधिकारियों को किसानों से सीधा संवाद करने, खाद की उपलब्धता देखने और शिकायतों का तुरंत समाधान करने का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही जिलों में निगरानी रिपोर्ट हर दिन तैयार की जाएगी. किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. हेल्पलाइन नंबर और कंट्रोल रूम को भी 24 घंटे सक्रिय रखने को कहा गया है, ताकि किसान किसी भी समय शिकायत कर सकें.

सीमा से सटे जिलों में तस्करी पर विशेष निगरानी

कुछ जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा होने के कारण खाद की तस्करी की समस्या सामने आती है. इसे रोकने के लिए सुरक्षा बलों के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. सीमा वाले इलाकों में लगातार छापामारी होगी और संदिग्ध वाहनों की जांच की जाएगी, ताकि स्थानीय किसानों के लिए रखी खाद बाहर तस्करी न हो सके. इसके अलावा सभी जिलों में उर्वरक निगरानी समिति की बैठक जल्द कराने का आदेश दिया गया है, ताकि हर स्तर पर सप्लाई और वितरण पर नजर बनी रहे.

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Published: 28 Nov, 2025 | 11:30 PM

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