बरसात में पशुओं को बीमारियों से बचाना जरूरी, पशुपालक करें ये इंतजाम

बरसात के दिनों में पशुओं में बीमारियां फैलने के कई कारणों में से प्रमुख कारण है गंदगी और साफ-सफाई का न होना. बरसात में कीचड़ में रहने से पशुओं को त्वचा संबंधी रोग, खुरपका-मुंहपका जैसी बीमारियां हो सकती हैं. इन बीमारियों से पशुओं को बचाने के लिए पशुपालकों को यहां पर कुछ उपाय बताए जा रहे हैं, जिनकी मदद से वे नुकसान से बच सकते हैं.

नोएडा | Updated On: 28 Aug, 2025 | 12:13 PM

बरसात का मौसम जहां किसानों और उनकी फसलों के लिए बेहद ही अच्छा माना जाता है, वहीं पशुओं के लिए ये समय काफी चुनौतीपूर्ण साबित होता है. बारिश के दिनों में गीली जमीन, गंदगी-कीचड़, मच्छर -मक्खियां और रोग फैलाने वाले कीट तेजी से पनपते हैं, जिसके कारण पशुओं में कई तरह के रोग होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में बेहद जरूरी है कि पशुपालक अपने पशुओं की सेहत और पोषण का पूरा ध्यान रखें और उनकी अच्छे से देखभाल करें. ताकि इन दिनों में पशु की दूध की मात्रा बरकरार  रखी जा सके और पशुधन के नुकसान से बचा जा सके. बिहार पशु निदेशालय और मत्स्य विभाग ने पशुपालकों के लिए इससे संबंधित एडवाइजरी जारी की है जिसका सख्ती से पालन कर पशुओं की सुरक्षा आसानी से की जा सकती है.

पशुओं को सही पोषण दें

बिहार पशु निदेशालय और मत्स्य विभाग के अनुसार बरसात के दिनों में पशुओं को देखभाल की खास जरूरत होती है. इन दिनों पशुओं की सेहत और पोषण पर खास ध्यान देना चाहिए. हरे चारे के साथ-साथ पशुओं को संतुलित आहार देना भी जरूरी है. पशुपालकों को सलाह दी जाती है कि वे पशुओं को हरे चारे के साथ-साथ सूखा चारा और खल-बिनौला जैसे पौष्टिक तत्व भी दें. साथ ही अगर दुधारू पशु है तो उनके भोजन में खनिज मिश्रण और नमक जरूर शामिल करें. इस बात का खास ध्यान रखें कि पशुओं को बासी, खराब या सड़ा-गला चारा बिल्कुल भी न दें, नहीं तो पशु बीमार सकते हैं.

Animal Husbandry

बिहार पशु निदेशालय की एडवाइजरी

मच्छर-मक्खियों से बचाव है जरूरी

बिहार पशु निदेशालय और मत्स्य विभाग  के अनुसार बारिश के मौसम में मच्छर और मक्खियों की संख्या बढ़ जाती है. ये कीट पशुओं में रोग फैलाने में अहम भूमिका निभाते हैं. ऐसी स्थिति में पशुशाला या जहां भी पशु हों वहां उनके आसपास गंदा पानी जमा न होने दें. साथ ही इनसे पशुओं की सुरक्षा के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें या फिर मच्छर भगाने वाली दवा का इस्तेमाल करें. घर या पशुशाला में रखें गोबर को ढककर रखें ताकि उसमें मक्खियां न पनप पाएं.

साफ-सफाई का रखें खास खयाल

बरसात के दिनों में पशुओं में रोग होने के कई कारणों में से एक प्रमुख कारण है गंदगी और साफ-सफाई का न होना. बरसात में कीचड़ और गंदगी से पशुओं को त्वचा संबंधी रोग, खुरपका-मुंहपका जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं. इससे बचाव के लिए जरूरी है कि पशुपालक पशुओं को साफ और सूखी जगह पर रखें. हर दिन नियमित रूप से पशुओं के रहने की जगह को झाड़ू से साफ करें और कीटानाशक दवा का छिड़काव करें. इसके अलावा पशुओं को समय-समय पर नहलाएं और उन्हें अच्छी तरह से कपड़े या बोरी से पोछ कर सुखाएं.

Published: 28 Aug, 2025 | 12:11 PM