Boer Goat Farming : भारत में छोटे और बड़े किसान अब मांस उत्पादन के लिए बोअर बकरी (Boer Goat) पालने में तेजी से रुचि ले रहे हैं. यह नस्ल अपनी तेजी से बढ़ने वाली मांस उत्पादन क्षमता और प्रजनन दर के लिए जानी जाती है. आज हम आपको बताएंगे बोअर बकरी के पालन का तरीका, इसकी शारीरिक विशेषताएं, आहार और लाभ.
बोअर बकरी की खासियत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बोअर बकरी विदेशी देशों में सबसे अधिक पाली जाने वाली मांस वाली बकरी है. खासकर दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में इसकी भारी मांग है. इसकी मांस की गुणवत्ता और स्वाद अन्य बकरियों से बेहतर माना जाता है. वयस्क बकरे का वजन 110–155 किलो और बकरी का वजन 90–110 किलो तक पहुंच सकता है. बोअर बकरी तेजी से बढ़ती है और प्रजनन दर अन्य बकरियों की तुलना में अधिक होती है. इसके साथ ही यह अपने बच्चों के प्रति ज्यादा मातृत्व भावना रखती है, जिससे पालन और प्रजनन दोनों आसान हो जाते हैं.
बोअर बकरी की शारीरिक विशेषताएं
बोअर बकरी के शरीर का रंग सामान्यत-सफेद होता है और गर्दन हल्के भूरे रंग की होती है. कुछ बकरियां पूरी तरह सफेद या पूरी तरह भूरे रंग की भी हो सकती हैं. इसके कान लंबे और बड़े होते हैं. यह नस्ल अन्य बकरियों की तुलना में तेजी से वजन बढ़ाने और मांस उत्पादन में सक्षम होती है.
बोअर बकरी का आहार
बोअर बकरी सामान्य बकरियों की तरह पेड़-पौधों के हरे पत्तों, मकई और घास को पसंद करती है. इसका वजन तेजी से बढ़ता है, इसलिए इसकी खुराक अन्य बकरियों से अधिक होती है. मध्यम आकार की बकरियों को पालना किसानों के लिए आसान होता है क्योंकि उनका चारा कम लगता है और मांस उत्पादन जल्दी होता है. संतुलित आहार से बकरी स्वस्थ रहती है और मांस की गुणवत्ता बढ़ती है.
बोअर बकरी का पालन और रख–रखाव
बोअर बकरी को साफ और सुरक्षित जगह पर रखना बहुत जरूरी है. बकरियों के रहने का स्थान गीला या बदबूदार नहीं होना चाहिए. रात के समय उन्हें सुरक्षित जगह पर रखें और सुबह धूप में थोड़ी देर छोड़ें. इससे बकरियों की प्रतिरक्षा मजबूत होती है और वे बीमारियों से दूर रहती हैं.
बोअर बकरी के व्यवसायिक लाभ
बोअर बकरी के पालन में कम लागत और सामान्य रख-रखाव में अच्छा मुनाफा मिलता है. यह गरीब किसानों के साथ-साथ बड़े किसानों और खेतिहर मजदूरों के लिए भी आय का अच्छा साधन बनती जा रही है. भारत में महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में बोअर बकरी पालने वाले किसान तेजी से बढ़ रहे हैं. विदेशों में इसकी मांग के कारण किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी मुनाफा मिलने की संभावना है.
बोअर बकरी पालन के टिप्स
- सही नस्ल चुनें:- मध्यम आकार की बकरियों को प्राथमिकता दें.
- साफ और सुरक्षित आवास:- फर्श हमेशा सूखा और स्वच्छ रखें.
- संतुलित आहार दें:- हरा चारा, सूखा चारा और दाना दें.
- टीकाकरण और देखभाल:- समय-समय पर टीका लगवाएं और स्वास्थ्य की निगरानी करें.
- प्रजनन का ध्यान रखें:- अगस्त से दिसंबर तक प्रजनन अधिक सफल रहता है.
- मौसम का ध्यान:- ठंड या अधिक गर्मी में अतिरिक्त सावधानी रखें.