Animal Care: सर्दी के मौसम में न करें लापरवाही, सरसों खली खिलाते ही बढ़ेगा पशु का दूध और घटेंगी बीमारियां

Best Diet plan for Animals: सर्दियों में गाय-भैंस का शरीर गर्म रहने में ज्यादा ऊर्जा खर्च करता है, जिससे दूध उत्पादन कम होने लगता है. ऐसे मौसम में पौष्टिक आहार बेहद जरूरी होता है. ऐसे में सही चारा देकर पशुओं को ठंड से बचाया जा सकता है और दूध की मात्रा बढ़ाई जा सकती है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 4 Dec, 2025 | 12:59 PM

Dairy Animals Fodder Plan: सर्दियां आते ही खेतों में ओस जमने लगती है, हवा में ठंड बढ़ जाती है और पशु शेड में सन्नाटा सा छा जाता है. इंसानों की तरह गाय-भैंस भी ठंड को गहराई से महसूस करती हैं. जितनी ठंड बढ़ती है, उतनी ही उनकी ऊर्जा शरीर को गर्म रखने में खर्च होती है. ऐसे में दूध उत्पादन कम होने लगता है और कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं. लेकिन अच्छी बात ये है कि थोड़े से बदलाव और पौष्टिक आहार के साथ किसान अपने दुधारू पशुओं को सर्दियों में भी तरोताजा रख सकते हैं और दूध उत्पादन शानदार बना सकते हैं.

ठंड में क्यों घटने लगता है दूध उत्पादन?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सर्दी लगते ही गाय-भैंस  का शरीर गर्म रहने के लिए ज्यादा ऊर्जा मांगता है. ये ऊर्जा उनका रोज का खाना नहीं दे पाता, खासकर जब उन्हें सिर्फ सूखा चारा दे दिया जाए. इससे शरीर में कैल्शियम, प्रोटीन और मिनरल की कमी होने लगती है. नतीजा-पशु कमजोरी महसूस करते हैं, कम खाते हैं और दूध की मात्रा घट जाती है. कई बार तो ठंड, नमी और बंद जगह के कारण बुखार, खांसी-जुकाम और थनैला जैसी बीमारियां बढ़ जाती हैं.

सर्दियों में ऊर्जा का बेस्ट कॉम्बो

पशु चिकित्सकों के अनुसार, ठंड में आहार  में गुड़ और चने का बेसन शामिल करना बेहद जरूरी है. गुड़ शरीर में तुरंत ऊर्जा पहुंचाता है और भीतर गर्माहट देता है. चना बेसन प्रोटीन का अच्छा स्रोत है और पाचन को मजबूत बनाता है. इन दोनों को मिलाकर रोज थोड़ी मात्रा में खिलाने से पशु पूरे दिन ऊर्जावान रहते हैं और उनका दूध उत्पादन भी स्थिर बना रहता है.

ठंड भगाने वाले खास आहार

सर्दियों में सरसों की खली और अलसी का केक पशुओं के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं होते. सरसों की खली  शरीर को अंदर से गर्म रखती है और दूध बढ़ाने में मदद करती है. अलसी का केक ओमेगा-3 फैटी एसिड और अच्छे फाइबर से भरपूर होता है, जिससे पाचन भी मजबूत होता है और शरीर को जरूरी ऊर्जा मिलती रहती है. अगर इन दोनों का थोड़ा-सा मिश्रण रोजाना खिलाया जाए, तो गाय-भैंस ठंड का असर मुश्किल से महसूस करती हैं. ये बीमारियों को भी दूर रखता है.

दूध बढ़ाने का सही फॉर्मूला (Fodder Formula for Milk Production)

ठंड में पशुओं के शरीर को अतिरिक्त पोषक तत्वों  की जरूरत होती है. इसलिए रोजाना कैल्शियम और मिनरल मिक्सचर देना बहुत जरूरी है. इससे हड्डियां मजबूत रहती हैं और आंतरिक कमजोरी नहीं आती, जो सीधे दूध पर असर डालती है. सर्दियों में हरे चारे की बात करें, तो बरसीम सबसे बेहतरीन विकल्प माना जाता है. लेकिन एक खास बात याद रखें-बरसीम को सीधे न खिलाएं. इसे कम से कम 4-5 घंटे हल्का सुखाकर ही दें.

नतीजा-ज्यादा दूध, कम बीमारी और मजबूत पशु

अगर इन आहारों को सही तरीके से सर्दियों के दौरान शामिल कर दिया जाए, तो गाय-भैंस न सिर्फ स्वस्थ रहती हैं बल्कि उनका दूध उत्पादन  भी लगातार बढ़ता है. गुड़, बेसन, खली, अलसी का केक और सही मात्रा में हरा चारा-ये सब मिलकर शरीर को गर्म रखते हैं, ऊर्जा देते हैं और बीमारियों से बचाते हैं. किसान भी बताते हैं कि जिन पशुओं को ठंड में संतुलित और गर्माहट देने वाला आहार मिलता है, वे पूरे मौसम भर अच्छी तरह दूध देती हैं और कम बीमार पड़ती हैं.

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