Dragon Fruit Farming: बिहार सरकार लगातार प्रदेश के किसानों को फलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, इस कड़ी में कई अलग- अलग फलों की खेती पर किसानों को भारी सब्सिडी भी मुहैया करा रही है. इन फलों में महंगे और व्यावसायिक फलों की खेती भी शामिल है. ऐसा ही एक महंगा फल है ड्रैगन फ्रूट, जिसकी बढ़ती मांग के कारण किसानों के बीच इसकी खेती का क्रेज भी बढ़ता जा रहा है. बिहार सरकार प्रदेश के किसानों के लिए ‘ड्रैगन फ्रूट विकास’ योजना चला रही है, जिसके तहत किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए सब्सिडी भी दी जा रही है. बता दें कि, प्रदेश सरकार की योजना 23 जिलों में लागू की गई है.
2 किस्तों में मिलेगी सब्सिडी का पैसा
बिहार में ड्रैगनफ्रूट विकास योजना के तहत किसानों को ड्रैगनफ्रूट की खेती के लिए 40 फीसदी सब्सिडी मुहैया कराई जाएगी. बता दें कि बिहार सरकार की ओर से ड्रैगनफ्रूट की प्रति हेक्टेयर खेती की इकाई लागत 6.75 लाख तय की गई है, जिसका 40 फीसदी यानी 2.70 लाख रुपये सरकार अपने पास से देगी.प्रदेश में ‘ड्रैगन फ्रूट विकास’ योजना 2 साल यानी वित्तीय साल 2025-26 और 2026-27 के लिए लागू की गई है. जिसके तहत पहले वित्तीय वर्ष 2025-26 में ड्रैगनफ्रूट की खेती के लिए सब्सिडी का 60 फीसदी यानी 1.68 लाख रुपये दिया जाएगा. वहीं, दूसरे वित्तीय वर्ष 2026-27 में खेती के लिए बाकी बची हुई 40 फीसदी सब्सिडी यानी 1.08 लाख रुपये दिए जाएंगे
योजना के लिए ऑनलाइन करें आवेदन
- किसान ऑनलाइन आवेदन करने के लिए सबसे पहले राज्य सरकार की हॉर्टिकल्चर वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in के लिंक पर जाएं.
- आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर आने के बाद फल से संबंधित योजना का विकल्प चुनें.
- यहां जाने के बाद आप ड्रैगन फ्रूट विकास योजना पर क्लिक करें.
- इसके बाद ड्रैगन फ्रूट पर सब्सिडी के लिए आवेदन करें.
- यहां क्लिक करने के बाद आपके सामने रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जाएग
- इसके बाद मांगी गई सारी जानकारी को ध्यानपूर्वक और सही-सही भर दें.
23 जिलों के किसानों को मिलेगा फायदा
बिहार कृषि विभाग का ओर से सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार, बिहार सरकार ने ड्रैगन फ्रूट की खेती का विस्तार करने के लिए 23 जिलों का चुनाव किया है. इन जिलों में अररिया, औरंगाबाद, बेगुसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, गया, जमुई, कैमूर, कटिहार, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नवादा, पूर्णियाँ, रोहतास, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा एवं सीवान शामिल हैं.
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20 साल तक हो सकती हैं कमाई
ड्रैगन फ्रूट एक लंबी उम्र वाला पौधा है और इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि ड्रैगन फ्रूट की खेती से किसान 20 साल तक कमाई कर सकते हैं. इसका पौधा 2 से 3 फीट की कटिंग से तैयार किया जाता है. अगर किसान ड्रैगन फ्रूट के पौधे की ही देखभाल करें को ये लंबे समय तक अच्छी उपज देता है.बता दें कि भारत के कई राज्यों में कम पानी में भी ड्रैगन फ्रूट की सफल खेती हो रही है. राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में ड्रैगन फ्रूट की खेती की जा रही है. ये सभी इलाके ऐसे हैं जहां की जलवायु शुष्क है.