गन्ने को रोगों से बचाने के लिए रिसर्च करेगी वैज्ञानिकों की टीम, ‘लाल सड़न’ बीमारी से भी मिलेगा छुटकारा

गन्ने को लेकर कृषि मंत्री ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि ICAR के वैज्ञानिकों की एक स्पेशल टीम गन्ने पर रिसर्च करेगी. ताकि गन्ने की फसल को लाल सड़न जैसे गंभीर रोग से बचाया जा सके. इसके साथ ही देश में गन्ना उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Updated On: 30 Sep, 2025 | 08:51 PM

Sugarcane Farming: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश में गन्ने की खेती और इससे जुड़ी नीतियों पर गहराई से रिसर्च करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) में एक खास रिसर्च टीम बनाई जाएगी, जो गन्ने की खेती से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान पर काम करेगी. मंत्री ने यह भी कहा कि गन्ने की नई किस्मों पर रिसर्च जरूरी है, ताकि फसल को ‘लाल सड़न’ (Red Rot Disease) जैसी बीमारियों से बचाया जा सके और किसानों को ज्यादा और लंबे समय तक पैदावार मिल सके.

दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री ने नई दिल्ली के पूसा परिसर में आयोजित एक राष्ट्रीय परामर्श सत्र में ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में गन्ने की 238 वैरायटी ऐसी हैं जिनका शक्कर की मात्रा अच्छी है लेकिन इन किस्मों में रेड रॉट यानी लाल सड़न रोग  का खतरा बहुत ज्यादा होता है. इसी के चलते अब ICAR के वैज्ञानिकों की टाम गन्ने की नई किस्मों  पर काम करेगी और इस विषय पर भी शोध करेगी कि गन्ने की एक वैरायटी कितने सालों तक किसानों को अच्छी पैदावार दे सकती है. उन्होंने किसानों और वैज्ञानिकों दोनों से सतर्क रहने के लिए कहा, क्योंकि जैसे-जैसे गन्ने की नई किस्में विकसित होती हैं, वैसे ही उनपर बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगता है.

इंटरक्रॉपिंग खेती की सलाह

कृषि मंत्री शिवराज सिंच चौहान ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपने खेत में इंटरक्रॉपिंग खेती  अपनाएं, ताकि खेती उनके लिए मुनाफे का सौदा बन सके. उन्होंने बताया कि मोनोक्रॉपिंग यानी एक ही फसल को बार-बार बोने से मिट्टी की उर्वरता कम होती है, जिसके कारण फसल में रोग लगने की संभावना बढ़ जाती है. जबकि इंटरक्रॉपिंग में नाइट्रोजन फिक्सेशन में भी सुधार होता है. उन्होंने कहा कि गन्ना उत्पादन  बढ़ाने के लिए मशीनीकरण की जरूरी है, ताकि मजदूरों की कमी होने पर भी किसानों को खेती में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.

स्वेदशी अपनाने की अपील

वहीं, कल केंद्रीय कृषि मंत्री शविराज सिंह चौहान ने अपने लोकसभा क्षेत्र विदिशा में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों से स्वदेशी उत्पाद खरीदने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि भारत की बड़ी आबादी और विशाल बाजार हमारी सबसे बड़ी ताकत है. आज देश में 144 करोड़ से ज्यादा उपभोक्ता हैं. अगर हम भारत में बनी चीजें खरीदते हैं, तो इससे दुनिया की तरक्की नहीं रुकेगी, बल्कि हमारा देश और आगे बढ़ेगा.

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Published: 30 Sep, 2025 | 06:03 PM

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