Cow Purchase: गाय-भैंस खरीदते समय ध्यान रखें ये 6 बातें, बड़े नुकसान से बच जाएंगे आप

गाय-भैंस खरीदते समय थोड़ी सी सावधानी बड़ा फर्क ला सकती है. पशु के स्वास्थ्य, गर्भावस्था और दूध की असलियत जांचना बेहद जरूरी है. जानिए किन बातों को ध्यान में रखकर किसान सुरक्षित निवेश कर सकते हैं और अच्छा मुनाफा पा सकते हैं.

Kisan India
नोएडा | Published: 13 Nov, 2025 | 06:45 AM

Cow purchase : अगर आप डेयरी व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं और दुधारू गाय या भैंस खरीदने जा रहे हैं, तो सावधान रहें! एक छोटी सी गलती आपको लाखों का नुकसान करा सकती है. विशेषज्ञों के मुताबिक, डेयरी फार्मिंग में 70 फीसदी सफलता पशु के सही चयन पर निर्भर करती है. इसलिए गाय-भैंस खरीदते समय जल्दबाजी नहीं, बल्कि समझदारी जरूरी है.

सही चयन से ही होता है डेयरी बिजनेस में मुनाफा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आज देशभर के किसान खेती के साथ-साथ डेयरी व्यवसाय  से जुड़ रहे हैं. लेकिन कई बार बिना जांचे-परखे पशु खरीद लेने की वजह से नुकसान उठाना पड़ता है. अच्छी नस्ल, सेहतमंद शरीर और अधिक दूध उत्पादन क्षमता वाली गाय या भैंस ही मुनाफे की गारंटी देती है. विशेषज्ञ मानते हैं कि गलत पशु खरीदने से न सिर्फ दूध कम मिलता है, बल्कि दवा और देखभाल पर खर्च भी बढ़ जाता है.

ऐसे पहचानें स्वस्थ दुधारू पशु

अच्छी दुधारू गाय  का शरीर त्रिकोणीय आकार का होना चाहिएआगे से पतला और पीछे से चौड़ा. इसका मतलब है कि उसमें दूध देने की क्षमता अधिक है. पशु के पैर मजबूत, आंखें चमकीली और त्वचा चिकनी व चमकदार होनी चाहिए. थन पूर्ण विकसित हों और दूध की शिराएं उभरी हुई दिखाई दें. दूध दोहन के बाद थन सिकुड़ जाए, यह भी अच्छा संकेत है. चमकदार बाल, फूले पेट पर स्पष्ट नसें और समान आकार के चारों थन एक स्वस्थ दुधारू पशु की पहचान हैं.

दांतों और सींगों से जानें उम्र

पशु की उम्र  पहचानने का सबसे आसान तरीका हैदांतों को देखना. मुंह की निचली पंक्ति में चार जोड़े स्थायी दांत होते हैं, जो अलगअलग उम्र में निकलते हैंपहला जोड़ा 1.5 साल, दूसरा 2.5 साल, तीसरा 3 साल के अंत में और चौथा 4 साल के अंत में. सींगों के छल्लों से भी उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है. हर साल एक नया छल्ला बनता है. हालांकि कई व्यापारी धोखे से रगड़कर इन्हें मिटा देते हैं, इसलिए सतर्क रहें.

दूध और स्वास्थ्य की जांच बेहद जरूरी

कई व्यापारी दूध की मात्रा दिखाने के लिए पशु को ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन लगा देते हैं. इससे दूध तो ज्यादा निकलता  है, लेकिन पशु की असली क्षमता छिप जाती है. इसलिए जब भी गाय या भैंस खरीदें, तीन दिन तक लगातार दूध दोहन करवा कर देखें. थनों में गांठ, सूजन या घाव नहीं होना चाहिए. साथ ही, यह भी जांचें कि बच्चा वास्तव में उसी मां का है या नहींइसे थनों से दूध चुसवाकर आसानी से पहचाना जा सकता है.

पशु खरीदने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

गाय या भैंस खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. हमेशा गर्भवती या हाल ही में ब्याई हुई मादा पशु लें ताकि दूध उत्पादन  के साथ अगली बछड़ी का भी फायदा मिले. पशु की गर्भ जांच पशु चिकित्सक से करवाना न भूलें. थनैला रोग या त्वचा की किसी भी बीमारी से ग्रस्त पशु न खरीदें. फूले हुए अंगों को दबाकर जांचें कि कहीं उनमें हवा तो नहीं भरी गई है. कई व्यापारी दूध या शरीर पर तेल या चासनी लगाकर चमक बढ़ाने का धोखा देते हैं, इससे बचें. सरकारी या प्रमाणित डेयरी फार्म से खरीदे गए रिकॉर्ड वाले पशु सबसे भरोसेमंद होते हैं.

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Published: 13 Nov, 2025 | 06:45 AM

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